‘महुआ’ शब्द में ही मिठास है।इस विषय पर सोचने और लिखने से आँखों में खुदबखुद चमक आ जाती है।यह शब्द हमारे इतिहास,संस्कृति और हमारी परंपराओं से जुड़ा हुआ है।वैदिक काल से लेकर अभी तक महुआ के फूल,फल और पेड़ की… Read More
कविता : अभिमान के कारण
मान अभिमान के कारण में, उजड़ गए न जाने कितने घर। हँसते खिल खिलाते परिवार, चढ़ गये इसकी भेंट। फिर न मान मिला, न ही सम्मान मिला। पर आ गया अभिमान, जिसके कारण रूठ गये परिवार।। हमें न मान चाहिए,… Read More
कविता : देश के राज्यों की विशेषता
सुनों सुनता हूँ तुमको देश की कहानी। जिसमें हैं 29 राज्यों का समावेश। राज्यों कि भी है अपनी अपनी कहानी। कोई विकसित है तो कोई है जंगल। पर सभी का ह्रदय है तो भारत। परंतु एकबात समान है सभी राज्यों… Read More
कविता : वो मेरा आधार है
उन्हें शब्दो की माला में सजोके रखा हुआ हैं। लिखता तो मैं हूँ पर शब्द उनके होते है। गाता तो मैं हूँ पर स्वर लय उनका होता है। इसलिए मेरे गीत सदा ही प्यार मोहब्बत भरे होते हैं।। अपने दिलके… Read More
कविता : आज के दौर में
आज के दौर का दोस्तो क्या हाल है। आधुनिकता के नाम पर बेशर्मी का ये दौर है। न अदब न शर्म और न ही बची संस्कृति और सभ्यता। इसे ही कहते है लोग आज की आधुनिकता आज की आधुनिकता….।। इसलिए… Read More
कविता : योग दिवस
रोज सबेरे तुम सब जागो नित्य क्रियाओं से निवृत हो। फिर योग गुरु को याद करो और योग साधना तुम करो। स्वस्थ और निरोगी रहोगे तुम और एकदम सुंदर दिखाओगें। मानव शरीर का अंग व पुर्जा एक दम से तुम्हारा… Read More
भजन : गजानन आराधना
गजानन आओ नी इक बार …। गजानन आओ नी इक बार ….। निसदिन तेरी बाट में जोहूं , बैठूं पलक बुहार …। गजानन आओ नी इक बार….। धूप-दीप और फल-फूलों से , तुझ को भोग लगाऊँ । लगा तेरे अगर… Read More
कथा लखनऊ : दयानंद पांडेय
कहानी या उपन्यास लिखना मेरे लिए सिर्फ़ लिखना नहीं है, एक प्रतिबद्धता है। प्रतिबद्धता है पीड़ा को स्वर देने की। चाहे वह खुद की पीड़ा हो, किसी अन्य की पीड़ा हो या समूचे समाज की पीड़ा। यह पीड़ा कई बार… Read More
समीक्षा : लाज़िम है कि हम भी देखेंगे
मैंने भी "द कश्मीर फाइल्स" देख ली है। पहली बार कोई फ़िल्म इतनी चर्चा के बाद देखी। मेरी मित्र सूची में शामिल अभिनेत्री भाषा सुम्बली और और हमारे भैय्या अरुण शेखर जी के करीबी मित्र अतुल श्रीवास्तव जी भी फ़िल्म… Read More
रहें ना रहें हम महका करेंगे : स्वर कोकिला भारतरत्न लता मंगेशकर
भारतीय सिनेमा और संगीत की दुनिया की सुर साम्राज्ञी, स्वर कोकिला भारतरत्न लता मंगेशकर जी आज हमारे बीच नहीं रहीं। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम साँसे ली। बीते कुछ दिनों से उनका अस्पताल में कोरोना का इलाज… Read More