मेरे राम हैं तेरे राम, तेरे राम है मेरे राम
रामचंद्र जग के रखवारे, सबके काज सँवारे राम।
सारी दुनिया भई दीवानी, बनी बाँवरी देख ज़रा
चली आ रही धाम अयोध्या, दर्शन देंगें रामलला
मंगल गीत गा रहे सारे, ताल मिलाये साज बजा
फेरत राम नाम की माला, सोये भाग जगा दे राम ।
मेरे राम हैं तेरे राम, तेरे राम भी मेरे राम
रामचंद्र जग के रखवारे, सारे काज सँवारे राम।
झर झर झरते आँख से आँसू, मनवा बावरा पगलाया
राम विराजेंगे घर अपने, लगता जुग तेत्रा आया
तकीं हैं राहें सदियों बरसों, तब ये सुख हमने पाया
इकतारे संग गाता जोगी, मेरे राम जगत के राम।
मेरे राम हैं तेरे राम, तेरे राम भी मेरे राम
रामचंद्र जग के रखवारे, सारे काज सँवारे राम।
मचल रहीं लहरें सरयू की, इतराती बलखा इठलाये
तट पे बैठे दास राम के, आस लगाये दीप जलाये
एक दरस को रामलला की, अकुलाये मनवा ललचाए
कब देखूँगों राम नगरिया, जाको नाम अयोध्या धाम।
मेरे राम हैं तेरे राम, तेरे राम है मेरे राम
रामचंद्र जग के रखवारे, सारे काज सँवारे राम।