खुले आसमान के नीचे जब भी मैं चाँद को निहारती हूँ । मन ही मन बस यही सोचती और विचारती हूँ ॥ इतनी शीतल इतनी निश्छल कोई कैसे हो सकती है । माँ वो है जिसके आशीष से मेरी जीवन… Read More

खुले आसमान के नीचे जब भी मैं चाँद को निहारती हूँ । मन ही मन बस यही सोचती और विचारती हूँ ॥ इतनी शीतल इतनी निश्छल कोई कैसे हो सकती है । माँ वो है जिसके आशीष से मेरी जीवन… Read More
!! अम्मा !! अम्मा ! तुझ बिन सब है झूठा। मेरी ख़ातिर अम्मा मेरी, तूने कितने दुःख झेले थे। तेरी स्नेहमयी गोदी में, उझल-उझल के हम खेले थे। नियती ने सब खेल बिगड़ा, कालग्रास ने सपना लूटा। अम्मा तुझ बिन… Read More
‘मां’ इस शब्द का मेरे जीवन पर गहरा प्रभाव रहा है । वैसे तो हर किसी पर रहता है, सही तथा गलत दोनों मायनों में । मां के कारण ही अनाथ बच्चों को भी बनते देखा है और मां के… Read More
महाराणा प्रताप बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जब मैं स्कूल में था ।प्रताप को विशेष रूप से जानने-बुझने की जिज्ञासा जागृत हुई । मैं स्तब्ध था,क्योंकि अभी तक राष्ट्रनायकों से ज्यादा आक्रमणकारियों के विषय में पढ़ने को मिला था ।… Read More
कार्ल मार्क्स आधुनिक इतिहास के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक चिंतक दुनिया के मजदूरों एकजुट हो जाओ, तुम्हारे पास खोने को कुछ भी नहीं है, सिवाय अपनी जंजीरों के। इस प्रसिद्ध नारे ने 20 वीं सदी के प्रारंभ में दुनिया में काफी… Read More
राजस्थान के एक पठान परिवार में जन्म लेने वाला ये लड़का शुद्ध शाकाहारी था । पिता जी अक्सर चिढाते हुए कहते थे कि पठान के परिवार में ब्राह्मण ने जन्म लिया है। सब ठीक चल रहा था, नेशनल स्कूल ऑफ… Read More
कोरोना रुला रहा है, हम सब को। सभंल जाओ लोगो अब तो, छोड़ो मिल मिलाप को। दूरियां बनाओ तुम सबसे, तभी सुरक्षित रह पाओगे।। नियम साधना का करो, पालन अब तुम सब। तो बच जाओगे, इस कोरोना से तुम। अमल… Read More
FISFA इंटरनेशनल शॉर्ट फिल्म एंड आर्ट्स फेस्टिवल 2020 के लिए अपनी फिल्में जमा करें। अधिक जानने के लिए और अपनी लघु फिल्मों को प्रस्तुत करने के लिए कृपया http://www.fisfa.org या http://www.filmfreeway.com/FISFAIndia पर जाएं। अंतिम तिथि 15 मार्च, 2020 Apeejay Institute… Read More
#गार्गीकॉलेजमामलेपरचुप्पीभारीपड़ेगी आप ही थे ना जिसने प्रियंका रेड्डी के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के बाद प्रशासन को गालियां दीं, देश को असुरक्षित बताया और ना जाने किस किस तरह से अपना गुस्सा दिखाया । आप ही थे ना जिसने… Read More
दिन/दिनांक : शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019, स्थान : सभागार GBSSS, भारत नगर , समय : दोपहर 1 बजे लेखक/ निर्माता / निर्देशक: आशुतोष श्रीवास्तव, TGT हिंदी प्रस्तुतकर्ता : GBSSS, भारत नगर के समस्त प्रतिभागी छात्र मार्गदर्शन : अखिल प्रकाश गुप्ता,… Read More