दूर करने को सभी विपदा कहीं से आ जाएं खो चुकी जो धरा सम्पदा देने कहीं से आ जाएं साध कर जियें अपना जीवन जिसकी तरह सभी जग को तारने वाले वो कृष्णा कहीं से आ जाएं, चेतना में आज… Read More
कविता : श्री कृष्ण
हे कृष्ण, आपके जन्मते ही, जेल के ताले खुल गये, आप को जहां पहुँचना था आप पहुंच गये, पूतना बध,कालिया मर्दन व कंस शमन आपने बखूबी किया, तत्कालीन समाज को भय मुक्त किया, आज भी लोग जेल तोड़ते हैं, या… Read More
गीत : जन्माष्टमी
कितना पावन दिन आया है। सबके मन को बहुत भाया है। कंस का अंत करने वाले ने, आज जन्म जो लिया है। जिसको कहते है, जन्माष्टमी।। काली अंधेरी रात में नारायण लेते। देवकी की कोख से जन्म। जिन्हें प्यार… Read More
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
रूप बड़ा प्यारा है, चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत को कन्हैया जी ने पल भर में हल कर डाला है!! मुरली मनोहर ब्रिज के धरोहर वह नंदलाल गोपाला है, बंसी की धुन पर सब दुख हरनेवाला मुरली… Read More
कविता : काकोरी कांड
नौ अगस्त उन्नीस सौ पच्चीस, काकोरी रेलवे स्टेशन, जैसे ही चली सहारनपुर पैसेंजर, हुई चेनपुलिंग, रुकते ही ट्रेन गार्ड को क्रांतिकारियों ने लिया कब्जे में, लूटना था सरकारी खजाना, हड़बड़ी में निरुद्देश्य चल गयी माउज़र, मरा एक रेल पैसेंजर, लोग… Read More
कविता : इश्क़ की परिभाषा
तुझसे मेरा दूर रहना, तेरे बगैर हमारा जीना, तुझसे कभी ना रूठना, तेरी यादों को समेटे रखना, यही इश्क़ की परिभाषा है। तेरे लिए आहें भरना, तुझे हर पल याद करना, तुझसे शिकायत ना करना, तेरी नफ़रत कुबूल करना, यही… Read More
ग़ज़ल : हमें खोना नहीं आता
हम कैसे बताएं यारो कि, हमें रोना नहीं आता यूं खामखा पलकों को, हमें भिगोना नहीं आता सहते रहें हैं यारों के सितम हम तो बस यूं ही, अकारण बीज नफ़रत के, हमें बोना नहीं आता अच्छा है कि कर… Read More
ग़ज़ल : तो बात बने
न वक़्त को बेकार गंवाओ, तो बात बने न किसी की आत्मा दुखाओ,तो बात बने बाद मरने के पहुँच जाते हैं सारे के सारे, किसी ज़िंदा को समझ पाओ, तो बात बने जितनी गिराने पे दिखाते हो एकता यारो, किसी… Read More
कविता : आप महकोगे
फूलों की सुगंध से, सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा। तारों की तरह चमके, जीवन तुम्हारा। उम्र हो सूरज जैसी, जिसे याद रखे दुनियाँ सारा। आप महफ़िल सजाएं ऐसी, की हम सब आये दुबारा।। आपके जीवन में हजारों बार, मौके आये इस… Read More
सही और ग़लत के बीच
सही और ग़लत के बीच भी बहुत कुछ ऐसा होता जिससे परिस्थितियों का निर्माण होता है । सही कोई क्यो है ? जितना महत्वपूर्ण यह प्रश्न है उतना ही महत्वपूर्ण इसका जवाब भी तलाशना होता है कि कोई गलत क्यों… Read More