zamana

कविता : जमाने को जाने

बहुत संसार को देखा और बहुत इसको सुना। जमाने की हर बातों का बहुत मंथन भी किया। मैं अपने बातों को भी इस जमनो को दे सका। और लोगों की सोच को कुछ हद तक बदल सका।। विधाता ने जमाने… Read More

krishan holi

कविता : होली अपनो के संग

आओ हम सब, मिलकर मनाएं होली। अपनों को स्नेह प्यार का, रंग लगाये हम। चारो ओर होली का रंग, और अपने संग है। तो क्यों न एकदूजे को, रंग लगाए हम। आओ मिलकर मनाये, रंगो की होली हम।। राधा का… Read More

dil tut gaya

कविता : टूट ना जाये

गया था आज उनके घर पूछने हाल चाल उनका। मगर थे नहीं घर पर वो इसलिए लिख आया पर्ची पर। जब आयेंगे वो घर पर तो पड़ लेंगे मेरी चिट्ठी। और मिलकर या लिखकर बताता देंगे अपना हालचाल।। मिला है… Read More

cople

कविता : दिल और मन

दिलमें दीपक जल उठे देख तुझे फिर से। लौटा हूँ अपने घर जो वर्षो के बाद। हाल तेरा मैं कैसे पूंछू बात करने से डरता हूँ। कहने सुनने के लिए नहीं बचा है अब कुछ।। मन की बातें मन ही… Read More

love(1)

कविता : दिल मन का हाल

मेरा मन बहुत चंचल है पर दिल मेरा स्थिर है। फिर भी सपनो में वो न जाने क्यों आते है। और अपने साथ होने का मुझे एहसास कराती है। जिसे कारण ही मेरी आत्मा व्याकुल उठती है।। मोहब्बत करने की… Read More

26jan(1)

गीत : प्यारा हिंदुस्तान

है प्यार बहुत देश हमारा हिन्दुतान। है संस्कृति इसकी सबसे निराली है। कितनी जाती धर्म के, लोग रहते यहाँ पर। सब को स्वत्रंता पूरी है, संविधान के अनुसार।। कितना प्यार देश है हमारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा करनी है आगे तुम… Read More

tiranga

गीत : तिरंगा प्यारा

सुनो मेरे देशवासियों, मनाने जा रहे, 74व गणतंत्र दिवस, कुछ संकल्प ले लो। नहीं करेंगे कोई भेदभाव, हम जाती और धर्म पर। समान भाव सबके प्रति, हम सब मिलकर रखेंगे। तभी हमारा ये देश, दिखेगा विश्व में विशेष।। हमें इस… Read More

fastival

गीत : हमारा भारत देश

हमारा प्यारा है बहुत देश जिसमें रहते साधर्म के लोग ये हमारा भारत देश है..। जिसमें बसते सबके प्राण इसलिए तो करते सब प्यार ये हमारा भारत देश ..।। अनेकता में एकता इसमें नजर आती है सदा। क्योंकि मिलकर मानते… Read More

bunde

कवित : सर्दी का मौसम और

सर्दी मौसम में प्यार मोहब्बत की आपस में बातें होती है। सर्दी मौसम में मोहब्बत निभाने कि कसमे खाई जाती है। और चलता है दौर आपस में मेल मिलाप करने का। पर होती है दिलको पीड़ा सर्दी में बिछड़ ने… Read More

desh bhakti

कविता : रंग लाती है

तेरी मेहनत रंग लाई है तभी खुशियाँ घर आई है। आंगन में किलकारी गूँज रही और दिल में तरंगे छाई है। सच मानो जैसे आज ही घर में दिवाली आई है। सभी के दिलों में देखो अपार खुशियाँ छाई है।।… Read More