ऐसा रंग दे मोहे रँगरेज़ा, वृन्दावन हो जाऊँ पिया तू बन जाये राधा रानी, मैं किशना हो जाऊँ पिया। होली खेलें किशन मुरारी, भर भर मारें रंग पिचकारी सूखी देह रही ये सारी, भींग गयी सिगरी अँगियारी बाँह पकड़ के… Read More
गीत : महाशिवरात्रि
भुजंग, शशांक, त्रिशूल, शंख जटा विचरती पवित्र गंग व्याघ्र खाल पहन मलंग धतूरा दुग्ध वेलपत्र भंग विराज नन्दी गणादि संग तुरही नाद डमरू मृदंग रुद्राक्ष कण्ठ हार पहन। शिव चले यक्षदेव भुवन।। त्रियोदशी शिव ब्याह करन महादेव चले गौरा वरन… Read More
गीत : सरस्वती वंदना
माता विमला दो मुझे, बुद्धि विनय बल ज्ञान। अमर कलम मेरी रहे, दो मुझको वरदान।। सरस्वती माँ से करूँ, इतनी सी फरियाद। मेरे गीतों से करें, लोग मुझे बस याद।। ज्ञानदा माँ दे मेरे, शब्दों में वो धार। सच को… Read More
गीत : हिन्दोस्तां है सबसे अच्छा
हिन्दोस्तां है सबसे अच्छा, हिन्दोस्तां है सबसे प्यारा। कसरत में इत्तिहाद रखता, ऐसा हिन्दोस्तां है हमारा।। इस देश का है जो परचम, तीन रंग को समेटे रखता। हर रंग का है ख़ास पैग़ाम, इतना तो जहाँ समझता।। हर मज़हबी लोग… Read More
गीत : प्रेम रस बरसे
गीत गजल कविताएं, मैं लिखता हूँ । गीत मिलन के भी, जो मैं गाता हूँ।। गीत मिलन के मैं, गा के सुनता हूँ। प्रेम रस बरसाता हूँ, मैं अपने गीतों से। जग जाती है मोहब्बत, लोगों के दिलो में। मंत्रमुक्त… Read More
गीत : हिन्दी वर्णमाला विचार
अ से अनार , का फल है ताजा । आ से आम , फलों में राजा । इ से इमली , वो खट्टी-खट्टी । ई से ई ईख , वो उतनी ही मीठी । उ से उल्लू , रात को… Read More
गीत : कैसे फिसल गये
प्यार में देखो हम कैसे फिसल जो रहे। आपके प्यार में हम क्यों बंधने लगे। किस तरह से हम अब सजने सभार ने लगे। दो जिस्म को एक जान क्यों कहने लगे।। प्यार में देखो हम कैसे फिसल जो रहे।।… Read More
गीत : कलयुग भी सतयुग जैसा लग रहा
कलयुग भी सतयुग जैसा लग रहा विद्यासागर जी के कामों से। कितने जीवों के बच रहे प्राण उनकी गौ शालाओं से।। जीव हत्या करने वाले अब स्वयं आ रहे उनकी शरण में। लेकर आजीवन अहिंसा का व्रत स्वयं करेंगे उनकी… Read More
गीत : प्यारा सा संदेश
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ बड़े प्यार से गाता हूँ। अंधेरे दिलों में प्रेम का दीपक बनकर जलता हूँ। और जीने की कला लोगों को सिखाता हूँ। गीत मोहब्बत के लिखता हूँ बड़े प्यार से गाता हूँ।। दिलों में पल… Read More