माता विमला दो मुझे, बुद्धि विनय बल ज्ञान।
अमर कलम मेरी रहे, दो मुझको वरदान।।
सरस्वती माँ से करूँ, इतनी सी फरियाद।
मेरे गीतों से करें, लोग मुझे बस याद।।
ज्ञानदा माँ दे मेरे, शब्दों में वो धार।
सच को मैं सच ही लिखूँ, बनूँ वो काव्यकार।।
ज्ञानदायिनी दे सदा, सबको तू उपहार।।
रहे सभी का एक-सा, शिक्षा पर अधिकार॥
About Author
कवयित्री, समाज सेविका, यूट्यूबर
शिक्षा : Ph.D. (समाजशास्त्र), MPhil, B.Ed.
पद : महाराष्ट्र अध्यक्ष-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चैरिटेबल ट्रस्ट
अध्यक्ष : इन्टरनेशनल प्रेस कम्यूनिटी साहित्य पैनल
प्रकाशित पुस्तक : विजयपथ
सम्मान : रेक्स कर्मवीर ग्लोबल अवार्ड (2019 तथा 2023) यूनाइटेड नेशन के द्वारा।
महाराष्ट्र पुलिस द्वारा सम्मानित