kheti

खेत का गीत
पुरखों की आत्मा है
कभी न छोड़ें

खेती करना
सिखाया पुरखों ने
जीने के लिए

कभी न भूलो
ओ रे आदिवासियों
यह संस्कृति

याद रखना
अपनी प्रतिष्ठा को
स्वार्थी न बनों

दिशा-दिशा से
आओ आदिवासियों
गीत न रूके

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