safar-2023

कविता : यात्रा का आनंद

सफर में आनंद आता है जब मिले है अच्छे लोग। तो मस्ती से कट जाता अपनी यात्रा का दौर। बात ही बातों का जहाँ चलता रहता है दौर। कोई जोक सुनाता है तो कोई गीत गाता है।। सभी के आनंद… Read More

durga maa-2023

कविता : दो बार आती है

नहीं करता जो विश्वास माता रानी के ऊपर। नरक रहता है उसका ये देखो मानव जीवन। इसलिए कहता हूँ मैं रखो विश्वास तुम उन पर। तुम्हारा ये मानव जीवन खुशी से बीत जायेगा।। सुने होंगे बहुत तुमने माता रानी के… Read More

sanghars

कविता : संकल्प

हर एक अंत से ही नई शुरुआत होती है। भूलाकर गिले शिकवो को नई शुरुआत करते हैं। लोग तो आते हैं जाते हैं… पर उनके काम याद आते है। शायद इसकी को दुनियांदारी दुनियां वाले कहते है।। दिल व्याकुल हो… Read More

dhanteras-2023(1)

कविता : धनतेरस

चाहत तो रखते है धन की सभी । पर उपयोग उस धन वो करते नहीं। धन आने पर बंद, तिजोरी में करते है। पर लक्ष्मीजी तो चंचल होती है। तो लोग उसे कैद कैसे कर सकते हो।। धन और विद्या… Read More

durga ma-2023

कविता : माँ पर विश्वास

अपनी भक्ति करने का हे माँ! तुम अधिकार दे दो। मेरी भक्ति का मुझको हे माँ! तुम प्रसाद दे दो। मुझे धन दौलत नहीं हे माँ! बस दर्शन दे दो। और अपना हाथ हे माँ! मेरे सिर पर रख दो।।… Read More

2023 duga ma

कविता : मां के दर्शन करके

करे जो पूजा और भक्ति इन नवरात्रि के दिनों में। और करते है साधना माता की उपासना करके। तो मिलता है सूकून हमें अपने जीवन में। और हो जाती इच्छाएं हमारी इन दिनों में पूरी।। माता के नौ रूपों को… Read More

maa ki upasana

कविता : माँ की उपासना

करे जो सच्चे मन से माँ की आराधना। मिले उसे ही दर्शन माता रानी का। इसलिए तो भक्तजन करते है माँ की उपासना। और पा जाते है जीवन में सब कुछ।। जो माँ को दिलसे याद करते है इन दिनों… Read More

matarani

कविता : मातारानी की पूजा करे

करे जो पूजा और भक्ति नवरात्रि के दिनों में। और साधना करते है माता की उपासना करके। तो मिलता है शुकुन उसे अपने जीवन में। और हर इच्छाएं हो जाती उनकी पूरी।। माता के 9 रूपो को जो 9 दिन… Read More

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कविता : क्यों हो रहा

तेरे मुस्कराने का मुझको न जाने क्यों आभास होता है। तेरी तस्वीर बनाने का मेरा दिल क्यों कहता है। न हमने तुमको देखा है न तुमने हमको देखा है। फिर भी तुमसे मिलने को मेरा दिल क्यों कहता है।। पलक… Read More

himat

कविता : हिम्मत

न देखो तुम अब मुझको कुछ इस तरह से। मुझे कुछ भी नहीं होता तेरे अब देखने से। बड़ी मुश्किल से संभाली हूँ तुम्हारी उस बेवफाई से। मुझे जी कर दिखाना है तुम्हारे उस दुनियां को।। मेरा जीना तेरी हार… Read More