sanghars

हर एक अंत से ही
नई शुरुआत होती है।
भूलाकर गिले शिकवो को
नई शुरुआत करते हैं।
लोग तो आते हैं जाते हैं…

पर उनके काम याद आते है।
शायद इसकी को दुनियांदारी
दुनियां वाले कहते है।।

दिल व्याकुल हो या चंचल
ये किसी पर तो आता है।
हर किसी के जीवन में
ये लम्हा निश्चित आता है।
जब दिल और दिमाग
किसी के बस नहीं रहता।
बस उस साथी को
पल पल खोजता रहता है।।

उमंगो से भरा हो दिल
तो तरंगे लहराती है।
जो दिल में हो रंग
वो ही जुबान कहती है।
फिर सज संवर कर
दुनिया को दिखती है।
और अपनी मोहब्बत को
परवान चढ़ाती है।।

आँखो को आँखो से मिलाते हैं
दिल की पीड़ा को बताते हैं।
प्यार मोहब्बत की ज्योत को
दिलों में हम जलाते हैं।
अमन चैन का वातावरण
पूरी दुनिया में फैलाते हैं।
और यही संकल्प लेने को
सारी दुनिया को कहते हैं।।

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