नहीं करता जो विश्वास
माता रानी के ऊपर।
नरक रहता है उसका
ये देखो मानव जीवन।
इसलिए कहता हूँ मैं
रखो विश्वास तुम उन पर।
तुम्हारा ये मानव जीवन
खुशी से बीत जायेगा।।
सुने होंगे बहुत तुमने
माता रानी के किस्से।
दिखाये है बड़े बड़े
चमत्कार मातारानी ने।
नहीं होता यकीन तो
मांगकर देखो माँ से।
मिलेगा तुम को फल
जो मांगा है तुमने।।
दया का भाव रखती है
माँ अपने भक्तो पर।
सभी को सब देती है
जो भी मांगते उनसे।
इसलिए तो उनको
दया की देवी कहते है।
जगत का कल्याण करने
वर्ष में आती है दो बार।।
दिखती है वो अपने
नौ रूप इन दिनों में।
करती है भक्तो को
अपने रूपों के दर्शन।
कभी लक्ष्मी कभी दुर्गा
कभी चांडी कभी माँ।
ऐसे ही रूपों में हम
पूजते है श्रध्दा से उन्हें।।