agaye-ki-soch

जो बीत गया सो बीत गया
अब उसके लिए क्यों रोना।
आने वाले पलो की सोचो
खुशियों के बारे में सोचो।
जीने का मकसद को सोचो
जीने की तुम राह चुनो।
मोक्ष मार्ग तुमको मिलेगा
सच्चे मन से तुम या करो।।
खुदको स्थापित करना है तो
कर्म साधना करना पड़ेगा।
श्रध्दा भक्ति को अपनाओं
मानवता का वचन निभाओं।
मानव को मानव तुम समझो
मानवता का पाठ पढ़ाओ।
राह बहुत ही कठिन है यारों
इस पर तुमको चलना पड़ेगा।।
राह अगर तुम ढूँढ लिए तो
निश्चित जीवन धन्य होगा।
चाहत तेरे दिल की जो होगी
उसको तू निश्चित पायेगा।
बस दिल में संकल्प करो तुम
लक्ष्य तेरा फिर पूरा होगा।
कर्म तुम्हारे अच्छे होंगे
मानव जन्म पुन: मिलेगा।।

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