हथिनी मरी या इंसानियत ?

उस हथिनी के साथ न्याय प्रकृति ही करेगी आज सिलवा याद आ गया । सिलवा हिमालय के घने जंगलों में रहने वाला एक हाथी था । कहते हैं चारों ओर उसके जैसा तेजवान और बलिष्ठ हाथी कोई दूसरा ना था… Read More

Happy world environment day

विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं

बचपन से किशोरावस्था तक, जब हम किसी भी पशु-पछी को बस एक उपभोग की चीज़ मानते थे, दर्द से कोई वास्ता नहीं था तब-तक उनकी चीर फाड़, निगल जाने को भी कभी ग़लत नहीं माना, न ही कभी कोई कष्ट… Read More

happy eid

ईद मुबारक

दीपक में अगर नूर न होता तन्हा दिल ये मजबूर न होता मैं आपको ईद मुबारक कहने जरूर आता अगर आपका घर इतना दूर न होता   सदा हंसते रहो जैसे हसते है फूल दुनिया के सारे गम तुम जाओ… Read More

सामंतवाद की विषबेल : क्या गांव क्या शहर

बहुत सारे लोगों की ये शिकायत रहती है कि गरीब मजदूर लोग अपने गांव मे ही क्यों नही मजदूरी करते, बाहर क्यों चले जाते हैं? इस विषय पर आगे बढ़ने के पहले कल के अखबार का संज्ञान लेना चाहूँगा। अभी हाल… Read More

लेख : भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना का प्रभाव

यद्यपि पूरे विश्व मे कोरोना महामारी का आर्थिक प्रभाव अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा, उसके बाद भी भारत की स्थिति अभी उतनी विकट नही है, जहां बड़े बड़े विकसित देशों पर इसके प्रभाव पड़ रहा,वहाँ भारत जैसी मिश्रित… Read More

Happy Mother's Day

हैप्पी मदर्स डे : ‘मां’ आपके बिना मैं कुछ नहीं

‘मां’ इस शब्द का मेरे जीवन पर गहरा प्रभाव रहा है । वैसे तो हर किसी पर रहता है, सही तथा गलत दोनों मायनों में । मां के कारण ही अनाथ बच्चों को भी बनते देखा है और मां के… Read More

Indian Mother

मातृ दिवस : मां तो मां होती है

हमें इस संसार में लाने वाली एक महिला ही है, जिसके द्वारा हमारा जन्म इस पृथ्वी पर हुआ और उसे हम सब अपनी जननी, माँ, माता और आई आदि अनेक नमो से सम्बोधन करते है। उसके ही त्याग तपस्या के… Read More

happy mother's day

हैप्पी मदर्स डे : क्या लिखूँ माँ

सुबह मेरे मोबाइल में अलार्म के साथ कैलेंडर रिमाइंडर की भी घंटी बजी, जिस पे लिखा था आज मदर्स डे है| ईमानदारी से कहूँ, मुझे याद भी नहीं था कि आज कोई ऐसा दिन भी है, कभी सोचा ही नहीं,… Read More

maharana pratap jyanti

महाराणा प्रताप जयंती : मेवाड़ के वीर योद्धा को शत शत नमन

महाराणा प्रताप बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जब मैं स्कूल में था ।प्रताप को विशेष रूप से जानने-बुझने की जिज्ञासा जागृत हुई । मैं स्तब्ध था,क्योंकि अभी तक राष्ट्रनायकों से ज्यादा आक्रमणकारियों के विषय में पढ़ने को मिला था ।… Read More

महाराणा तेरे ऋणी हैं हम

जब से श्रृष्टि का निर्माण हुआ तब से सूर्य हर सुबह उदय होता है, शाम को अस्त हो जाता है और फिर अगली सुबह के साथ आसमान में चमक उठता है। सूर्य के निरंतर उदय और अस्त के साथ एक… Read More