bhagwan parshvanath

भजन : पार्श्वनाथ नेमिनाथ भगवान से गुहार

हारे के सहारे आ जा, तेरा भक्त पुकारे आ जा। हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुणा की पुकार। आओ नाथ पार्श्वनाथ आओ नाथ नेमिनाथ। आओ नाथ पार्श्वनाथ। आओ नाथ नेमिनाथ।। कोई सुनता नहीं, अब में क्या करूँ। दर्द… Read More

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व्यंग्य : माया महाठगिनी हम जानी

माया के तीन रूप होते हैं ,-कामिनी,कंचन ,कीर्ति ।इसी में एक माया जब दूसरी माया पर आकर्षित हो गयी तब तो गजब होना ही था।यानी एक देवी जी को कीर्ति की यशलिप्सा जाग उठी। इस कीर्ति को पाने का साधन… Read More

poem phir tandav karna hoga

कविता : फिर तांडव करना होगा

हे नारी ! आखिर कब तक सहेगी तू , अबला बन, प्रताड़ित होती रहेगी तू , बहुत हो चुका, दूसरों के लिए जीना मरना , अब तो तुझे खुद के लिए लड़ना होगा माँगना नहीं अधिकार, तुझे छिनना होगा, दिखला… Read More

poem sayd wahi payar hai

कविता : शायद वही है प्यार

रातों को जब नींद ना आये, दिल का चैन भी कहीं खो जाये, याद आये कोई जो बारम्बार, शायद वही है प्यार। आँखों में खुमारी सी छा जाये, सपनों में केवल वो ही वो आये, हर पल रहे जिसका इंतज़ार,… Read More

“नेपोटिज़्म” हिंदी फिल्म जगत के लिए ही क्यों ? 

सबसे पहले हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि नेपोटिज़्म शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई और कैसे? नेपोटिज़्म शब्द एक इटालियन शब्द Nepotismo एवं लैटिन भाषा Nepos से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है नेफ्यू यानी भतीजा। 17… Read More

ghazal zindagi ke uljhno se

ग़ज़ल : ज़िन्दगी की उलझनों से

ज़िन्दगी की उलझनों से, हम मजबूर हो गए ! अब हर किसी की नज़र से, हम बेनूर हो गए ! कभी सोचा था कि चलना ही ज़िन्दगी है यारा , मगर सफर के हालात से, हम मजबूर हो गए !… Read More

song mohabbat rang lati hai

गीत : मोहब्बत रंग लाती है

नियत में खोट हो तो, मोहब्बत रंग कैसे लाएगी। तमंनये दिल की, दफन दिलमें हो जाएगी। मोहब्बत का कोई, जाति धर्म नहीं होता। ये तो वो आग है जो, पहले आंखों से लगता।। दिलो में प्रेम भाव, जो इंसान रखता… Read More

parinam poem

कविता : परिणाम

खेल खेलो ऐसा की किसी को समझ न आये। लूट जाये सब कुछ कोई समझ न पाए। कर्ताधर्ता कोई और है पर दाग और पर लग जाये। और मकरो का रास्ता आगे साफ हो जाये।। देश का परिदृश्य अब बदल… Read More

poem wo dekhti hai sapne

कविता : वो देखती है सपने

वो देखती है सपने, रात रात भर जाग के, चाँद तारों को आसमां में निहारते, वो देखती है सपने । वो देखती है सपने, अपने पिया से मिलन के, अपने विह्वल मन को समझाते, वो देखती है सपने । वो… Read More