हिंदी सिनेमा के सबसे चमकदार सितारे #अमिताभ बच्चन ही माने जाते हैं। उन्हें मिलिनियम स्टार की भी संज्ञा दी जाती है। उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में सबसे अधिक योगदान जिस शख्स का रहा उसे हम प्रकाश मेहरा के नाम… Read More
पुण्यतिथि पर विशेष : तमस में उजियारे का नाम भीष्म साहनी
भीष्म साहनी हिंदी साहित्यकारों में विशिष्ट स्थान रखते हैं। आठ अगस्त 1915 को रावलपिंडी में इनका जन्म हुआ था। वे हिन्दी फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता #बलराज साहनी #balraj sahani के छोटे भाई थे। मुझे साहित्य में गद्य पसंद है।… Read More
पुण्यतिथि पर विशेष : अलहदा अंदाज के अभिनेता राजकुमार
वैसे तो हर आदमी अपने आप में यूनिक और दूसरे आदमी से अलग होता है लेकिन हिन्दी सिनेमा में राजकुमार तो सचमुच एकदम जुदा किस्म की शख़्सियत थे। मुझे उनको याद करते ही पाकिजा का उनका प्रसिद्ध डॉयलॉग याद आता… Read More
अलविदा : नृत्य के लिए तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली कोरियोग्राफर सरोज खान
बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान (Saroj Khan) अब हमारे बीच नहीं रहीं. देर रात उनका मुंबई में निधन हो गया. सरोज के निधन की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है. बता दें, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत… Read More
कविता : इश्क आसान नही
क्यों एक पल भी तुम बिन रहा नहीं जाता। तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नहीं जाता। क्यों इतना प्यार दिया तुमने मुझ को। की तुम बिन अब जिया नहीं जाता।। तुम्हारी याद आना भी कमाल होता है। कभी आकर… Read More
नब्बे वाला इकतरफा ‘इश्क’ वाया नशा जाफरानी : वेब सीरीज चमन बहार
नेटफ्लिक्स रिलीज चमन बहार स्टॉकिंग और इश्क के सांचे में एक हल्की-फुल्की कॉमेडी परोसने की कोशिश है। फ़िल्म न तो कॉमेडी का बड़ा कैनवास रचती है ना ही उसका दावा करती दिखती है और शायद यही इसकी ईमानदारी है। लेखक… Read More
कविता : पिता शेर होता है चीता होता है
पिता होने के एहसास से,एक पिता जीता रहता है। साब ! वो पिता, पिता नहीं, शेर होता है चीता होता है॥ जो ऊँगली पकड़कर कभी चलना सिखाता है। वो बचपन में लोरी गा-गा कर कभी सुलाता है॥ हमारे झूठे नखरों… Read More
फ़िल्म समीक्षा : गुलाबो सिताबो
कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में गुलाबो सिताबो पहली फ़िल्म बन गई है जो सीधा ओ टी टी प्लेटफॉर्म (अमेजन) पर रिलीज की गई है। अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की यह फ़िल्म पिछले काफी समय से चर्चित रही है… Read More
पुण्यतिथि पर विशेष : गजल गायकी के बेताज बादशाह मेहदी हसन
गजल गायकी में मेहदी हसन का वही स्थान है जो हीरों में कोहिनूर का। मेहदी हसन खानदानी कलाकार हैं। वे कलावंत संगीत घराने की 15 पीढ़ी में जन्मे थे। विरासत में मिली गायकी की प्रतिभा को मेहदी ने निरंतर रियाज… Read More
गीत : दम न निकल जाये
न वो कुछ कह सकते है, न हम कुछ सुन सकते है। दिलो की पीड़ा को हम, व्या कर सकते नही। लगी है आग सीने में, बुझाए इसे किस तरह। न वो कुछ कहते है, न हम कुछ कहते है।।… Read More