मोहब्बत के बिना रहना,क्या खाक होता यूं ज़िंदगी में जोश भरना,क्या खाक होता गर न होते दुनिया में,सुख दुःख के पचड़े, तो फिर अश्कों का झरना,क्या खाक होता गर न होती किसी के जिगर में,ये बेचैनियां, तो ज़िंदगी जीने का… Read More

मोहब्बत के बिना रहना,क्या खाक होता यूं ज़िंदगी में जोश भरना,क्या खाक होता गर न होते दुनिया में,सुख दुःख के पचड़े, तो फिर अश्कों का झरना,क्या खाक होता गर न होती किसी के जिगर में,ये बेचैनियां, तो ज़िंदगी जीने का… Read More
मैं अब कैसे बतलाऊँ, अपने बारे में लोगों। कैसे करूँ गुण गान, अपने कामों का मैं। बहुत कुछ सीखने को, मिला मुझे यहाँ पर। तभी तो निकाल दिये, जीवन के 28 वर्ष।। मिला सब जीवन में जो भी चाहा था… Read More
न दिल भरता है न प्रभु मिलता है। बस चारों तरफ अफरातफरी का माहौल है।। न प्रश्न बचे है न उत्तर मिले है। प्रश्नों पर प्रश्न ही लोगों ने खड़े किये है।। न समानता पहली थी और न आज है।… Read More
टकटकी नयनों को और मन को हैं विश्वास बेसबब सा छत पर कोई हो रहा बेकरार आज सुना आसमां भी ले रहा इम्तिहान हैं छुपा के अपनें अंक में,करवा रहा इंतजार, चाँद जैसे बादलों के बीच कहीं खो गया सितारों… Read More
जब आप यह नाम सुनते है तो दिमाग में एक चित्र उभरता है कि एक व्यक्ति के हाथ में एक धारदार हथियार है जो जानवरों को काटने का काम भी आता है लेकिन यहाँ जानवरों को मारने वाले कसाई को… Read More
माँ-बाप का प्रेम जग में सबसे अनमोल बच्चों की छोटी छोटी खुशियों में ढूँढें जो अपनी ख़ुशी उनकी खुशियों के लिए छोड़ दें जो अपनी सारी खुशियाँ। कभी बन जाते गुरु हमारे कभी बन जाएँ दोस्त अच्छे-बुरे का पाठ सिखाते… Read More
फूल बन कर मुस्कराना जिन्दगी है मुस्कारे के गम भूलाना जिन्दगी है मिलकर खुश होते है तो क्या हुआ बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है।। जिंदगी जिंदा दिलो की आस होती है। मुर्दा दिल क्या खाक जीते है जिंदगी।… Read More
राम थे महान इसलिए करते है उनका सदा गुण गान। राम थे मर्यादा पुरूषोत्तम इसलिए शक्तिशाली थे। राम थे विष्णु के अवतार इसलिए पृथ्वीवासियों के दुख हरने आये थे। बातें राम की करते है नहीं अपनाते उनका आचरण। बस राम… Read More
कैसे कह दूं कि मैं पीता नही हूँ। रोज जीने के लिए मैं पीता हूँ। जिंदगी में इतना सहा है हमने। न पीते तो कब के मर गए होते।। बड़ी ही जालिम है ये दुनियाँ। छेड़े बिना लोग रह नहीं… Read More
ख़ुदी से जिंदगी में एक भूल कर बैठे वफ़ा-ए-इश्क़ मे ख़ुद को फ़ुज़ूल कर बैठे ये सोचते थे कि खुशबू कभी तो आएगी ख़िज़ाँ के मौसमों में ये मलूल कर बैठे यही तो होना था अंजाम आज़माने का, तबाह कर… Read More