राम थे महान इसलिए करते है
उनका सदा गुण गान।
राम थे मर्यादा पुरूषोत्तम
इसलिए शक्तिशाली थे।
राम थे विष्णु के अवतार
इसलिए पृथ्वीवासियों के
दुख हरने आये थे।
बातें राम की करते है
नहीं अपनाते उनका आचरण।
बस राम का इस्तेमाल
सब करते है।
परन्तु उनके कथनों
को नहीं मानते।
आज कल तो यह
विचारधारा है कि
राम-राम की लूट है
जो जितना चाहे लूट।
कल क्या होगा ये तू
बिल्कुल भी मत सोच।
आज का राम-रावण बनाकर
तू लोगों को दिल से लूट।
क्योंकि कल किसने देखा है
जो भी करना है बनकर
राम-रावण तू संसार को लूट।
राम का नाम लोगों के दिल
दिमाग पर छाया हुआ है।
और अपनी करनी से
रावण को अपनाया है।।
क्योंकि कलयुग में न राम न श्याम
और न ही उनका अवतार होगा।
इसलिए रावण कंस को
अब कोई डर नहीं लगता।
इसलिए तो इस संसार में
रक्षकों का ही राज है।।