mandir masjid

कविता : तीन लोग

तीन लोग संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे और नारे लगा रहे थे एक कह रहा था हमें मंदिर चाहिए दूसरा कह रहा था हमें मस्जिद चाहिए और तीसरा कह रहा था हमें रोटी चाहिए कुछ वर्षों के बाद… Read More

baagh kedarnath singh

शोध लेख : समकालीन मनुष्य और उसकी सभ्यता का अंदरूनी बाघ

केदारनाथ सिंह हिंदी कविता की मुख्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवियों में से एक थे। ‘बाघ’ उनके द्वारा रचित एक लम्बी कविता-श्रृंखला है, जिसमें छोटे-बड़े 21 खंड है। ‘बाघ’ कविता दो काल खंडों में लिखी गयी है, इसके पहले रचना-खंड में 16… Read More

pandit jasraj

नहीं रहे शास्त्रीय गायन के महारथी पंडित जसराज

पंडित जसराज #Pandit_Jasraj) भारतीय शास्त्रीय संगीत के विश्वविख्यात गायक रहे हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत को न केवल मनोरंजन का, अपितु ईश्वर से जुड़ने का महत्त्वपूर्ण साधन माना गया है। पंडित जसराज आधुनिक भारत के शास्त्रीय संगीत के सबसे चमकते सितारों… Read More

happy independence Day

स्वतंत्रता या उच्छृंखलता- जिम्मेदार कौन

आजादी की 74वीं वर्षगांठ के हम गवाह बन रहे हैं। हमारा देश इस वर्ष कोरोना महामारी का वैश्विक आपातकाल में समाया हुआ था, यह वर्ष दो हजार बीस इस सदी का सबसे भयानक वर्ष माना जाएगा,इस बीच जब हम स्वतंत्रता… Read More

shree janmastami

कविता : श्री कृष्ण जन्म उत्सव

दूर करने को सभी विपदा कहीं से आ जाएं खो चुकी जो धरा सम्पदा देने कहीं से आ जाएं साध कर जियें अपना जीवन जिसकी तरह सभी जग को तारने वाले वो कृष्णा कहीं से आ जाएं, चेतना में आज… Read More

Rahat Indori

मशहूर शायर व गीतकार राहत इंदौरी को अंतिम सलाम

साइनबोर्ड पेंटर से टॉप सांग राइटर तक राहत इंदौरी कोई व्यक्ति अपनी मेहनत, प्रतिभा और हौसले से अपनी हैसियत कैसे बदल सकता है उसका एक बेहतरीन उदाहरण गीतकार डॉ. राहत इंदौरी हैं। वे एक साइनबोर्ड पेंटर से कॉलेज के अध्यापक… Read More

happy shree krishna janmastami

श्रीकृष्ण जन्‍माष्‍टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

रूप बड़ा प्यारा है, चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत को कन्हैया जी ने पल भर में हल कर डाला है!! मुरली मनोहर ब्रिज के धरोहर वह नंदलाल गोपाला है, बंसी की धुन पर सब दुख हरनेवाला मुरली… Read More

happy world tribal day

आदिवासी दिवस विशेष

लगे हैं वनों की रक्षा में जो जमीन उनकी छीनी जा रही है। वनवासी वो जगसेवक हैं वो नींद उनकी छीनी जा रही है।। वो भी तो लगे हैं नित पर्यावरण की सुरक्षा संरक्षा में ही, प्राणवायु को को बचाने… Read More

nai kitab publication athrva me wahi van hu

पुस्तक समीक्षा : अथर्वा मैं वही वन हूँ

पुस्तक : अथर्वा मैं वही वन हूँ लेखक : आनंद कुमार सिंह प्रकाशक : नयी किताब प्रकाशन, दिल्ली समीक्षक : विनोद शाही मानव जाति का भविष्य कविता में है “अपरा विज्ञानों के महाविकास के फलस्वरूप यहाँ पर गद्यदेश का विकास… Read More

आतंकवाद पर बातचीत

पुस्तक समीक्षा : आतंकवाद पर बातचीत

पुस्तक – आतंकवाद पर बातचीत सम्पादक द्वय – डॉ० पुनीत बिसारिया , रोनी ईनोफाइल प्रकाशक – यश पब्लिकेशंस, दिल्ली ISBN नंबर – 978-93-85689-80-2 प्रथम संस्करण – 2018 मूल्य – 695/- समीक्षक – तेजस पूनिया हाल ही में एक फिल्म रिलीज… Read More