सहज की रचनाएँ आम जन सर्वहारा वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं रफीक सतनवी और कुनाल उमाकान्त निगम सहज स्मृति उर्दू अदब सम्मान से सम्मानित याद ए सहज मुशायरा और सम्मान संगोष्ठी आयोजित सतना, शब्द शिल्पी परिवार सतना के तत्वावधन में,… Read More
पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह
पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह सम्पन्न साहित्य अकादमी भोपाल का आयोजन पंडित दीनदयाल जी राष्ट्र ऋषि तुल्य हैं। – उत्तम बैनर्जी पंडित जी का एकात्म मानववाद को पुनः समझने और पालन करने की आवश्यकता – डॉ. विकास दवे सतना ,… Read More
कविता : कोरोना काल
जन सभाएं चल रही, शिक्षा के मंदिर बंद। कैसा कोरोना काल है, निर्णय भी मतिमंद। भाषण पे भाषण दिए, बच्चें घूमते खोर। सत्ता भी मजबूत हो, बच्चों पर दो जोर। जब बसें पूरी भरें, चलती क्यों न रेल। बाजार यहाँ … Read More
स्वतंत्रता या उच्छृंखलता- जिम्मेदार कौन
आजादी की 74वीं वर्षगांठ के हम गवाह बन रहे हैं। हमारा देश इस वर्ष कोरोना महामारी का वैश्विक आपातकाल में समाया हुआ था, यह वर्ष दो हजार बीस इस सदी का सबसे भयानक वर्ष माना जाएगा,इस बीच जब हम स्वतंत्रता… Read More
शायरी का अज़ीम चित्रकार “राहत”
दो गज ही सही मेरी मिल्कियत तो है। ऐ मौत तूने मुझे जमींदार कर दिया। इंदौर की धरती और अदब आज उदास है, रेख़्ता मायूसी से घिरा हुआ है, हिंदवी अपनी गंगा जमुनी विरासत को सहेजने सहेजते असहज सी हो… Read More
ठाकुर खिलवानी : छोटे कदकाँठी का बड़ा अभिनेता
सतना की माटी ने सतना ही नहीं बल्कि देश विदेश में अपने सपूतों को उजागर किया। इस माटी में कई बीज अंकुरित होकर अपने काम के द्वारा इस जग में नाम कर गए, उसी में एक जाना पहचाना नाम था… Read More
शिक्षक दिवस पर विशेष : शिक्षक की उपादेयता
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को मनाना हम सबके लिए गर्व की बात है। किंतु अब वर्तमान परिस्थितियों मे शिक्षक के हाल को देखते हुए लगता है कि कहां शिक्षक और कहां राधाकृष्णन जी। दोनो एक दूसरे के पसंघे हो… Read More