केदारनाथ सिंह हिंदी कविता की मुख्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवियों में से एक थे। ‘बाघ’ उनके द्वारा रचित एक लम्बी कविता-श्रृंखला है, जिसमें छोटे-बड़े 21 खंड है। ‘बाघ’ कविता दो काल खंडों में लिखी गयी है, इसके पहले रचना-खंड में 16… Read More

केदारनाथ सिंह हिंदी कविता की मुख्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवियों में से एक थे। ‘बाघ’ उनके द्वारा रचित एक लम्बी कविता-श्रृंखला है, जिसमें छोटे-बड़े 21 खंड है। ‘बाघ’ कविता दो काल खंडों में लिखी गयी है, इसके पहले रचना-खंड में 16… Read More
हे अधिनायक, सिद्धि विनायक कब लोगे अवतार हमारी आस तुम्हीं हो अटल विश्वास तुम्हीं हो स्वर्ग सरीखी इस धरती पर नर्क ने डाला डेरा पाप के हाथों पुण्य पराजित चारों ओर अँधेरा जग से अत्याचार मिटाओ करो पाप संहार हमारी… Read More
न जीता हूँ न मरता हूँ न ही कोई काम का हूँ। बोझ बन कर उनके घर में पड़ा रहता हूँ। हर आते जाते पर नजर थोड़ी रखता हूँ। पर कह नही सकता कुछ भी घरवालों को। और अपनी बेबसी… Read More
वो मुस्कराये क्या, कि हम आशिक़ी समझ बैठे हम तो मौत के सामान को, ज़िन्दगी समझ बैठे ये ख़ुदा का कुफ़्र था, या फिर नादानियाँ हमारी, कि धुप अंधेरों को यारो, हम चांदनी समझ बैठे न समझ पाए हम, उसके… Read More
भारत माँ की गोद में जन्मा, वो दिव्य पुरुष, अवतारी था। राष्ट्रवाद का झंडा थामे, वो एक अटल बिहारी था। क्या कहूँ, क्या लिखूँ, मैं उस पर, वो खुद किताब सा जीवन था। शब्दों में उसको क्या बोलूँ, जो खुद… Read More
लूटकर अपना सब कुछ अभी तक तो जिंदा है। रहमो कर्मों पर उसके अभी तक जी रहे है। किसी और की करनी का फल पूरा विश्व भोग रहा है। और फिर भी शर्म उन्हें बिल्कुल भी नहीं आ रहा।। कितना… Read More
पंडित जसराज #Pandit_Jasraj) भारतीय शास्त्रीय संगीत के विश्वविख्यात गायक रहे हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत को न केवल मनोरंजन का, अपितु ईश्वर से जुड़ने का महत्त्वपूर्ण साधन माना गया है। पंडित जसराज आधुनिक भारत के शास्त्रीय संगीत के सबसे चमकते सितारों… Read More
न हम हिन्दू न हम मुस्लिम और न सिख ईसाई है। हिंदुस्तान में जन्म लिया है तो सबसे पहले हम हिंदुस्तानी है। आज़ादी की जंग में इन सब ने जान गवाई थी। तब जाकर हमको ये आज़ादी मिल पाई थी।।… Read More