swadesh prem

कविता : स्वदेश प्रेम

ना पूछो कितने जुल्म सहे आज़ादी के उन मतवालों ने देश के लिए दे दी प्राणाहुति क्रांति की आग जलाने वालों ने दंभ किया चूर दुश्मनों का हुई ख़त्म गुलामी की रात वीरों का संघर्ष हुआ सफल तब आया स्वतंत्र… Read More

aazadi ka din

कविता : दिन आजादी का आया है

दिन आजादी का आया है दिन आजादी का आया है, आओ इसका गुणगान करें। जो बलिदानों से मिला हमें, न्योछावर उस पर जान करें।। अब नहीं बेड़ियां पांवों में, है पराधीनता की अपने। अपनी आँखों को ये हक है, अब… Read More

poem aaj uska hi bolbala hai

कविता : आज उसका ही बोलबाला है

आज उसका ही बोलबाला है जो सर से पाँव तक घोटाला है उसके घर रोज ही दिवाली है अपने घर रोज ही दिवाला है अपनी संसद है बगुले भक्तों की तन उजला है जिगर काला है सुना है मुल्क के… Read More

poem indian army

कविता : भारत माँ के लाल

मिलें अपनो का प्यार हमको, तो सफलता चूमेंगी कदम। रहे सभी का अगर साथ, तो जीत जाएंगे हर जंग। और मिल जाएगा हमको, खोया हुआ आत्म सम्मान। इसलिए हिल मिलकर, रहो देशवासियो सब।। तुम्हें कसम भारत मां की, दिखाओ अपना… Read More

hindustaan

गीत : हमारा हिंदुस्तान

है प्यारा बहुत देश हमारा हिंदुस्तान। है संस्कृति इसकी सबसे निराली । कितनी जाति धर्म के, लोग रहते यहाँ पर। सब को स्वतंत्रता के अनुसार।। कितना प्यारा देश है हमारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा करनी है आगे तुम सबको।। कितने बलिदानों… Read More

sare jahan se achchha

कविता : सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा

हर देश से ऊँची शान जिसकी ऐसा देश हमारा, सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा।। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई रहते है प्रेम से यहाँ, बैर नही कोई आपस में ऐसा है वतन हमारा।। भेद नही रखता कोई अमीर हो या… Read More

cahat

ग़ज़ल : चाहत की इस दुनिया में

चाहत की इस दुनिया में, केवल व्यापार मिले मुझको चाहा जिसे फूलों की तरह, उससे ही खार मिले मुझको कैसे जिया और कैसे मरा हूँ, किसी को कोई गरज़ नहीं, दिल में घुस के आघात करें, कुछ ऐसे यार मिले… Read More

karmon ka fal

गीत : कर्मों का फल

नही भूल पाया हूँ मैं जिन्होंने दगा दिया था। मेरी हंसती जिंदगी में जहर जिन्होंने घोला था। कहर बन कर उन पर भी टूटेगा मेरे हाय का साया। और तड़पेगें वो भी जैसे मैं तड़प रहा।। जिंदगी का है उसूल… Read More