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इस अस्त व्यस्त से, भरे माहौल में। पत्नी बच्चे आशा, लागाये बैठी है। की कब आओगे, अपने घर अब तुम। अब तो आंखे भी, थक गई है। तुम्हारे आने का, इंतजार करते करते।। महीनों बीत गए है, तुम्हें देखे बिना। बच्चे… Read More
मेरे दिल में अंकुरित हो तुम। दिल की डालियों पर खिलते हो। और गुलाब की पंखड़ियों की तरह खुलते हो तुम। कोई दूसरा छू न ले तुम्हें इसलिए कांटो के बीच रहते हो तुम। फिरभी प्यार का भंवरा कांटों के… Read More
बकरे को उसने बड़ी दुलार से पाला – पोसा किया विश्वास की कोमल जगह पर उसे बलि चढ़ा दी निर्ममता से, मालिक का यह दुलार नाटक वह नादान जान नहीं पाया उसके हर बात को वह मिमियाता रहा, सिर हिलाता… Read More
कभी – कभार हम अपनों से, अपना समझनेवालों से भी पराये हो जाते हैं दूर से दूर से हम देखे जाते हैं यह नियति है जीवन की एक दूसरे से मिलना, सारे बंधनों से अलग हो जाना, मानवीय भावनाओं को… Read More
प्रगतिशीलता के पुरोधा,परम्पराओं को ध्वस्त करने वाले कवि करुण कालखंडी जी देश में मजदूरों के पलायन से बहुत दुखी थे ,उन्होंने लाक डाउन के पहले दिन से बहुत मर्माहत करने वाली तस्वीरें और करुणा से ओत प्रोत कविताएं लिखी थीं… Read More
जीवन से मोह ही जीवन को जटिल बनाता है और मृत्यु का भय ही मृत्यु को भयावह मृत्यु तो विश्राम देती है अपनी गोद में आराम देती है मृत्यु ही सच्ची प्रेयसी है लेकिन यह तुम नहीं समझोगे क्योंकि तुम… Read More
श्रध्दा भक्ति विनय समर्पण, का इतना फल हो। मेरी दीक्षा गुरुवर तेरे, कर कमलो से हो। जन्म जन्म से भाव संजोये, दीक्षा पायेगे। नग्न दिगंबर साधू बनकर, ध्यान लगायेंगे। अनुकम्पा का बरदहस्त यह, मेरे सिर धर दो।। मेरी दीक्षा गुरुवर… Read More
नेटफ्लिक्स रिलीज चमन बहार स्टॉकिंग और इश्क के सांचे में एक हल्की-फुल्की कॉमेडी परोसने की कोशिश है। फ़िल्म न तो कॉमेडी का बड़ा कैनवास रचती है ना ही उसका दावा करती दिखती है और शायद यही इसकी ईमानदारी है। लेखक… Read More
आज तुम्हे एक रात की बात बताता हूँ जो थी तो पूर्णिमा की रात लेकिन मेरे जीवन की वो सबसे आंधेरी रात थी। ये बातें मैं सिर्फ तुमसे कह रहा हूँ क्योंकि तुम्हारे सिवा कोई भी मेरे इतने करीब नही… Read More