हमारे जीवन में डॅाक्टरों का अहम योगदान होता है। समाज में डॅाक्टर को भगवान के समान दर्जा दिया जाता है। डॅाक्टरों को सम्मान देने के लिए हर साल चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। भारत में भी डॅाकटरों को सम्मान देने… Read More

हमारे जीवन में डॅाक्टरों का अहम योगदान होता है। समाज में डॅाक्टर को भगवान के समान दर्जा दिया जाता है। डॅाक्टरों को सम्मान देने के लिए हर साल चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। भारत में भी डॅाकटरों को सम्मान देने… Read More
मैं वक्त हूँ। निरंतर चलते रहता हूँ,रूकना मेरी फ़ितरत नहीं।ये सच है कि मुझसे ज्यादा कोई अनुभवी नहीं हुआ आजतक । अब आप मेरी उम्र-आयु के पचड़े में मत पड़ियेगा। उलझ के रह जायेंगे। संसार को द्रष्टा बन के युगों… Read More
योग हमे ख़ुद से मिलाता हैं, योग ईश्वर की अनुभूति दिलाता हैं. सफलता तीन चीज़ो से मापी जाती हैं. धन, प्रसिद्धी और मन की शांति. धन और प्रसिद्धी पाना आसान हैं. “मन की शांति” केवल योग से मिलती हैं. “योग”,… Read More
मै मानता हूं तेरा गुनाहगार हूं. तुम आज वर्षो बाद मिल रही हों. तुम्हें मुझसे कई सारी शिकायते हो रही है कि- “मैं कहा करता था कि तुम मेरी लिए देवी हो. मै तुम्हारें सिवाय किसी की इबादत कर ही… Read More
June 09, 2020 टिड्डी हमला, कोरोना हमला, सरकारी हमला, नेपाल-भारत हमला, चीन-भारत व अमेरिकी हमला,अम्फान हमला, निसर्ग हमला, जॉर्ज फ्लॉयड पर हमला, हमला दर हमला, भूख-प्यास पर हमला, मानवता पर हमला, हथिनी पर हमला, टेलीविज़न पर हमला, चारों दिशाओं में… Read More
आत्मा कराह उठती है, जब सोचता हूँ, जॉर्ज फ्लॉयड के अंतिम शब्द “आई कांट ब्रीथ”! “आई कांट ब्रीथ”! मैं श्वास नहीं ले पा रहा हूँ, माँ ओ माँ, मेरा पेट दुख रहा है, मेरी गर्दन दुख रही है, सब दुख… Read More
गजल गायकी में मेहदी हसन का वही स्थान है जो हीरों में कोहिनूर का। मेहदी हसन खानदानी कलाकार हैं। वे कलावंत संगीत घराने की 15 पीढ़ी में जन्मे थे। विरासत में मिली गायकी की प्रतिभा को मेहदी ने निरंतर रियाज… Read More
हम सबको अलग दिखना है । यहां तक कि हम सबसे अलग दिखने के लिए ये भी कह सकते हैं कि आज मैंने खीर खाई जिसका स्वाद चटपटा था । कहीं कहीं थुथुरलॉजी झड़ना काम कर जाता है लेकिन हर… Read More
बचपन से किशोरावस्था तक, जब हम किसी भी पशु-पछी को बस एक उपभोग की चीज़ मानते थे, दर्द से कोई वास्ता नहीं था तब-तक उनकी चीर फाड़, निगल जाने को भी कभी ग़लत नहीं माना, न ही कभी कोई कष्ट… Read More
पदयात्रा द्वारा मज़दूरों का पलायन गम्भीर विषय है,परंतु चिंतन का भी…कहावत याद आई, कान में तेल डालना अथवा सुनकर भी अनसुना कर देना। वर्तमान में कुछ ऐसा ही हो रहा है,बहुसंख्यक निर्धन प्रवासी मज़दूरों द्वारा हज़ारों मील पदयात्रा करनी पड़… Read More