श्रेणी

winter mausam

कविता : सर्दी रानी

सर्दी रानी ने जैसे ही, अपने दरवाज़े खोले। बिन बुलाए निंदिया आए, सुस्ती की तूती बोले॥ पलक झुका दुल्हन के जैसे, धूप खड़ी है आंगन में । घर के सारे लोग आ गए , धूप वधू के स्वागत में ॥… Read More

Indian mother

कविता : आज फिर नेह से हाथ सिर पर फेर माँ

हूँ बहुत टूटा हुआ, बिखरा हुआ घायल निराश मरु में एक भटके पथिक-सा, दिग्भ्रमित- सा हताश प्रेम को प्यासा ह्रदय, व्याकुल स्वभाव ठिठोल को अपनत्व को आकुल है मन, जीवन दो मृदुबोल को बोल जिनको सुनकर मेरा, नयन नीर भी… Read More

story-sonam

कहानी : हवसी! तुझे नहीं छोडूँगी “उर्फ” सोनम : एक बहादुर लड़की

अजय कम्बल में दबे – दबे व्हाट्सएप पर सपना से चैट कर रहा है। बगल में गर्लफ्रैंड सीमा लेटी हुई है। रात में ज्यादा थक जाने से वह गहरी नींद में सो रही है और अजय दूसरी का शिकार करने… Read More

rina

कहानी : रीना

रीना भोर अपने आँगन में झाडू लगा रही थी। नाटे और गोरे बदन पर फटी – पुरानी साड़ी पहने, कड़ाके की ठण्ड से रोम – रोम खड़े हो रहे थे और वह मैला – कुचैला हल्का साल ओढ़े रोजाना का… Read More

happy sunday

चौपाई छन्द : खुशी भरा इतवार

हर दिन होता रोता धोता । सुनो अगर इतवार न होता॥ जीवन इक ढर्रे पर चलता। फुर्सत वाला समय न मिलता॥ देती नींद हमें उलाहने। ताने देते हमको सपने॥ बैड टी अख़बार का नाता। कभी नहीं पुख़्ता हो पाता॥ अनमने… Read More

kahni ha uski ma hai

कहानी : हाँ, वह उसकी माँ है

गर्भवास का पिंड छुड़ाकर अभी-अभी तो वह बाहर आया है और आते ही बेहोश हो गया था। उसे नहीं मालुम कि वह कितने घंटे बेहोश पड़ा रहा। इस समय वह खुद एक चादर में लिपटा हुआ था। आंख खुलते ही… Read More

jai shree ram

कविता : मेरे राम हैं तेरे राम

मेरे राम हैं तेरे राम, तेरे राम है मेरे राम रामचंद्र जग के रखवारे, सबके काज सँवारे राम। सारी दुनिया भई दीवानी, बनी बाँवरी देख ज़रा चली आ रही धाम अयोध्या, दर्शन देंगें रामलला मंगल गीत गा रहे सारे, ताल… Read More

rakhi festival in movies

लेख : फ़िल्मों में राखी धागों का त्योहार

हमारा देश धर्मप्राण देश रहा है। आध्यात्मिक ऊर्जा यहां के कण-कण में समाविष्ट है। यहां के व्रत-नियमों का सम्बन्ध अध्यात्मदर्शन, देवदर्शन और निरामयता से जुड़ा हुआ है। इसलिए हमारे व्रत-उपवासों की सुदीर्घ परम्परा सदा से चली आयी है। वर्ष में… Read More

Indian family

कविता : खानदान का महत्व

कहीं का ईट कहीं का रोडा भानुमती ने कुनबा जोड़ा। देखो देखो इस कुनबे को कैसे इतरा रहा है कुनबा। इस कुनबे में स्वार्थ है ज्यादा पर अपनापन बहुत कम है। फिर भी देखो इस कुनबे को एक सूत्र में… Read More

rikshawala

कहानी : रिक्शावाला

शहर के चौक-चौराहे पर इक्के-दुक्के ही रिक्शावाले नजर आते हैं। शायद आज कल आदमी रिक्शा की सवारी करना नहीं चाहते हैं या ई-रिक्शा के कारण। आखिर वजह जो भी हो। रिक्शावाला पूस के ढलते सूरज को देख चिंतित मुद्रा में… Read More