भारतीय सिनेमा को उत्कृष्ट ऊंचाई पर ले जाने वाले प्रारंभिक निर्देशकों में #बिमल रॉय सबसे अव्वल माने जाते हैं। 12 जुलाई, 1909 में बांग्लादेश के ढाका के जमींदार परिवार में उनका जन्म हुआ था। विमल रॉय हिंदी सिनेमा को साहित्य… Read More

भारतीय सिनेमा को उत्कृष्ट ऊंचाई पर ले जाने वाले प्रारंभिक निर्देशकों में #बिमल रॉय सबसे अव्वल माने जाते हैं। 12 जुलाई, 1909 में बांग्लादेश के ढाका के जमींदार परिवार में उनका जन्म हुआ था। विमल रॉय हिंदी सिनेमा को साहित्य… Read More
भीष्म साहनी हिंदी साहित्यकारों में विशिष्ट स्थान रखते हैं। आठ अगस्त 1915 को रावलपिंडी में इनका जन्म हुआ था। वे हिन्दी फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता #बलराज साहनी #balraj sahani के छोटे भाई थे। मुझे साहित्य में गद्य पसंद है।… Read More
जलता हूँ मैं अपने आपमें अक्षर बन जाता हूँ नित्य प्रज्ज्वलित ज्वाला मेरे बनते हैं अक्षर प्रखर असमानता, अत्याचारों के विरूद्ध आवाज़ बनकर आते हैं ये मेरे प्रखंड प्राणाक्षर पंचशील का हूँ मैं साधना में अल्प की दृष्टि से देखो… Read More
कुछ सपने थे जो टूट गए, कुछ अपने थे जो छूट गए, पहले तो कुछ ना आभास था, यह भी होगा, ना विश्वास था, पर होनी तो होकर गुजरी, सब सगे स्नेह से लूट गए, कुछ सपने थे जो टूट… Read More
जितना हमने है देखा, और अबतक समझ हम पाये। संसार के इस चक्कर ने, हम सबको बहुत रुलाया। हो हो हो ………………।। लोगो की भावनाओं से इन सब ने अबतक खेला। कभी धर्म जाती के नाम पर, उन्हें आपस में… Read More
मिश्री जैसी मधुर है हमारी बोली हम प्रेमी पान मखान और आम के भगवती भी जहाँ अवतरित हुईं हम वासी हैं उस मिथिला धाम के संतानों को जगाने मिथिला की माएँ सूर्योदय से पूर्व गाती हैं प्रभाती सुनाकर कहानियाँ ज्ञानवर्धक… Read More
मैं समाज से बोलता हूँ दुनिया से बोलता हूँ मनुष्य से बोलता हूँ मेरे पास वह शक्ति नहीं उन भेड़ियों से बोलने का कुटिल तंत्रों के साथ लड़ने का होने दो मुझ पर इनके नादान परिहास रचने दो मंत्र –… Read More
कलाकार – ध्रुव पद्मकुमार, गौरव शर्मा, वासुकी, रश्मि सोमवंशी आदि निर्देशक, लेखक – पद्मकुमार नरसिम्हमूर्ति निर्माता – सतीश कौशिक, पद्मकुमार नरसिम्हमूर्ति अपनी रेटिंग – 4 स्टार पद्मकुमार नरसिम्हमूर्ति शाश्वत आशावादी और आदर्शवादी व्यक्ति हैं। उन्होंने अपने विचार अपनी पहली फीचर… Read More