वो मुस्कराये क्या, कि हम आशिक़ी समझ बैठे हम तो मौत के सामान को, ज़िन्दगी समझ बैठे ये ख़ुदा का कुफ़्र था, या फिर नादानियाँ हमारी, कि धुप अंधेरों को यारो, हम चांदनी समझ बैठे न समझ पाए हम, उसके… Read More
कविता : वो एक अटल बिहारी था
भारत माँ की गोद में जन्मा, वो दिव्य पुरुष, अवतारी था। राष्ट्रवाद का झंडा थामे, वो एक अटल बिहारी था। क्या कहूँ, क्या लिखूँ, मैं उस पर, वो खुद किताब सा जीवन था। शब्दों में उसको क्या बोलूँ, जो खुद… Read More
कविता : देश का बुरा हाल
लूटकर अपना सब कुछ अभी तक तो जिंदा है। रहमो कर्मों पर उसके अभी तक जी रहे है। किसी और की करनी का फल पूरा विश्व भोग रहा है। और फिर भी शर्म उन्हें बिल्कुल भी नहीं आ रहा।। कितना… Read More
गीत : आज़ादी
न हम हिन्दू न हम मुस्लिम और न सिख ईसाई है। हिंदुस्तान में जन्म लिया है तो सबसे पहले हम हिंदुस्तानी है। आज़ादी की जंग में इन सब ने जान गवाई थी। तब जाकर हमको ये आज़ादी मिल पाई थी।।… Read More
कविता : स्वदेश प्रेम
ना पूछो कितने जुल्म सहे आज़ादी के उन मतवालों ने देश के लिए दे दी प्राणाहुति क्रांति की आग जलाने वालों ने दंभ किया चूर दुश्मनों का हुई ख़त्म गुलामी की रात वीरों का संघर्ष हुआ सफल तब आया स्वतंत्र… Read More
कविता : दिन आजादी का आया है
दिन आजादी का आया है दिन आजादी का आया है, आओ इसका गुणगान करें। जो बलिदानों से मिला हमें, न्योछावर उस पर जान करें।। अब नहीं बेड़ियां पांवों में, है पराधीनता की अपने। अपनी आँखों को ये हक है, अब… Read More
कविता : आज उसका ही बोलबाला है
आज उसका ही बोलबाला है जो सर से पाँव तक घोटाला है उसके घर रोज ही दिवाली है अपने घर रोज ही दिवाला है अपनी संसद है बगुले भक्तों की तन उजला है जिगर काला है सुना है मुल्क के… Read More
कविता : भारत माँ के लाल
मिलें अपनो का प्यार हमको, तो सफलता चूमेंगी कदम। रहे सभी का अगर साथ, तो जीत जाएंगे हर जंग। और मिल जाएगा हमको, खोया हुआ आत्म सम्मान। इसलिए हिल मिलकर, रहो देशवासियो सब।। तुम्हें कसम भारत मां की, दिखाओ अपना… Read More
गीत : हमारा हिंदुस्तान
है प्यारा बहुत देश हमारा हिंदुस्तान। है संस्कृति इसकी सबसे निराली । कितनी जाति धर्म के, लोग रहते यहाँ पर। सब को स्वतंत्रता के अनुसार।। कितना प्यारा देश है हमारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा करनी है आगे तुम सबको।। कितने बलिदानों… Read More
कविता : सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हर देश से ऊँची शान जिसकी ऐसा देश हमारा, सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा।। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई रहते है प्रेम से यहाँ, बैर नही कोई आपस में ऐसा है वतन हमारा।। भेद नही रखता कोई अमीर हो या… Read More