पुष्पा, नाम सुनकर फ्लावर समझी क्या? फायर है मैं। अब ये फायर किसी और के लिए हो न हो मगर इस बॉलीवुड के लिए जरूर फायर बन गया है। 83 जैसी फ़िल्म भी फ्लॉप हो गई और इससे पहले बड़े… Read More

पुष्पा, नाम सुनकर फ्लावर समझी क्या? फायर है मैं। अब ये फायर किसी और के लिए हो न हो मगर इस बॉलीवुड के लिए जरूर फायर बन गया है। 83 जैसी फ़िल्म भी फ्लॉप हो गई और इससे पहले बड़े… Read More
फिल्मों के बाद अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने जिस तरीके से सपनों की दुनिया दिखलाने के साथ-साथ इंसानी रिश्तों, जज़बातों और उसके भावनाओं को सबसे ज्यादा कैश कराने का काम किया है, उसमें विज्ञापनों की एक बहुत बड़ी दुनिया है। जो… Read More
साहित्य सिनेमा सेतु यूट्यूब के इस चैनल में भाषा एवं बोलियाँ, पर्यायवाची, विलोम शब्द, रस, छंद, अलंकार, मुहावरे, लोकोक्तियाँ, वर्तनी शुद्धि, शब्द, वाक्य, समास, संधि, रचना संसार आदि विषयों का समग्र सार है। साथ ही सभी प्रश्नों के उत्तर प्रत्येक… Read More
बच्चों के टॉप टेन फिल्मी गाने- 1. गाना: चुन चुन करती आई चिड़ियाँ फिल्म: अब दिल्ली दूर नहीं, वर्ष: 1957, गीतकार: हसरत जयपुरी 2. गाना: लकड़ी की काठी फिल्म: मासूम, वर्ष:1983, गीतकार: गुलज़ार 3. गाना: नानी तेरी मोरनी को मोर ले… Read More
हिन्दी सिनेमा में “चौदहवीं का चांद हो या आफ़ताब हो”… (चौदहवीं का चांद) या फिर “प्यार किया तो डरना क्या”…(मुग़ले आज़म) जैसे गीतों के जरिये अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले मशहूर शायर और गीतकार “शकील बदायूँनी” जी का आज जन्म… Read More
मित्रों, हिंदी सिनेमा में देशभक्त अभिनेता के रूप में ख्याति अर्जित करने वाले कलाकार एवं भारत कुमार नाम से प्रसिद्ध मनोज कुमार जी का जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था. उनका असली नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी है. मनोज कुमार… Read More
रिश्तों में भरोसा और मोबाइल में नेटवर्क न हो तो लोग गेम खेलने लगते हैं। (फ़िल्म ‘जज़्बा’) जिंदगी भी कब कौन सा गेम खेल जाए पता ही नहीं चलता। अपने आप को भले ही हम कितना भी बड़ा खिलाड़ी समझे… Read More
भारतीय सिनेमा अपने सौ वर्ष पूरे करने के साथ साथ निरंतर समृद्धशाली होता जा रहा है। उसने लगभग हर विषयों पर फिल्म बनाकर हम सबका न केवल मनोरंजन किया है बल्कि हमें ऐसे कई विषयों के बारे में सूचित और… Read More
(मित्रों, मैंने यह रचना डॉ. कलाम के प्रमुख सिद्धांतों से प्रभावित होकर लिखी है इसलिए इसमें बहुत सी ऐसी बातें हैं जो सामान्य होते हुए भी सामान्य नहीं है। जिसे मैंने कुछ बिन्दुओं को निर्धारित करते हुए आप सब तक… Read More
जहाँ ये खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं से शुरू होती है। अभिनय की दुनिया में सारे जंजीरों को तोड़ते हुए लोकप्रियता की ऐसी दीवार खड़ी कर दी है इन्होंने जिसके पार जा पाना मुश्किल ही नहीं अब नामुमकिन सा… Read More