पिता होने के एहसास से,एक पिता जीता रहता है। साब ! वो पिता, पिता नहीं, शेर होता है चीता होता है॥ जो ऊँगली पकड़कर कभी चलना सिखाता है। वो बचपन में लोरी गा-गा कर कभी सुलाता है॥ हमारे झूठे नखरों… Read More
गीत : मेरा गांव बहुत ही प्यारा है
वो परदेशी जाना नहीं, मेरा गांव बहुत ही प्यारा है। गांव का नाम है, प्रेम नगर, और मेरा नाम भी प्यारा है॥-2 वो परदेसी जाना नहीं …… गांव की मेरी हर बात निराली है, मिश्री से मीठा कुंवे का पानी… Read More
ग़ज़ल : कह दो कोई उनसे कि
कह दो कोई उनसे कि, बाग़ में आना-जाना छोड़ दें कह दो कोई उनसे कि, फूलों से अदा चुराना छोड़ दें खुशबू बनके दफ़न है सीने में मेरी सासें जिनकी कहदो कोई उनसे कि, बालों में गज़रा लगाना छोड़ दें… Read More
कविता : कोरोना के आतंक से परेशान है
आज पूरा देश कोरोना के आतंक से परेशान है कोई कहता शैतान तो कोई कहता हैवान है चार बार नहाते है दिन में, सौबार चमकाते हाथ हैं शान से कहती है मेरी बीवी, देखो घर में कितना काम है सारे… Read More
ग़ज़ल : दुआ कर लिया तो
टूटे मेरे दिल ने फिर, दुआ कर लिया तो हुई क्या ख़ता गर, प्यार कर लिया तो किसी हमनशी को, इश्क़-ए-असर में ख़ालिस-ए-मोहोब्बत, खुदा कर लिया तो तनहा तबाह कबसे, थी मेरी ज़िन्दगी क़फ़स क़ैद में कबसे, थी मेरी ज़िन्दगी… Read More
कविता : बेटा बनवारी खूब मन लगा के
बेटा बनवारी ! खूब मन लगा के पढ़ो तनिक बेटा बनवारी खूब मन लगा के…. जितना चली तोहार हाथ, तबे बनी कोई बात, काम मिली सरकारी ख़ूब मन लगा के… गॉव नागरिआ के एके पढ़वइया बचपन मे दूर भईले बाप… Read More
कविता : है भाई मेरा पुलिस
मुझसे ज़्यादा खुद को कभी तोलना नहीं है भाई मेरा पुलिस, कुछ बोलना नहीं । तेरे दिल में छुपे राज़ मेरे खोलना नहीं है भाई मेरा पुलिस कुछ बोलना नहीं। पुलिस लाइन का छोरा, स्कूल में अपनी मौज थी पढ़ने… Read More
कविता : जो कुछ भी दे जिंदगी
जो कुछ भी दे जिंदगी, उसे आपस में बाँट लो। अपना हक़, अपना हिस्सा, सब बराबर माप लो।। दुःख हो, या सुख, गम्म हो या हो ख़ुशी। सबके अपने आँसू हैं, सबकी अपनी हंसी। भाग्य की अपनी किस्मत नहीं, कर्म… Read More