हिंदी सिनेमा में किंग ऑफ रोमांस के नाम से मशहूर निर्माता/निर्देशक यश चोपड़ा जी का आज जन्मदिवस (27 सितम्बर 1932 – 21 अक्टूबर 2012) है। हिन्दी सिनेमा में बतौर पटकथा लेखक एवं निर्माता और निर्देशक, के रूप में यश चोपड़ा… Read More

हिंदी सिनेमा में किंग ऑफ रोमांस के नाम से मशहूर निर्माता/निर्देशक यश चोपड़ा जी का आज जन्मदिवस (27 सितम्बर 1932 – 21 अक्टूबर 2012) है। हिन्दी सिनेमा में बतौर पटकथा लेखक एवं निर्माता और निर्देशक, के रूप में यश चोपड़ा… Read More
हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाकर, ज़िंदगी के साथ रोमांस करने वाले हिंदी सिनेमा के सदाबहार अभिनेता देव आनंद जी का आज जन्म दिवस (26 सितंबर, 1923 – 3 दिसम्बर 2011) है। इनका पूरा नाम धर्मदेव आनंद था। देव साहब… Read More
हिंदी साहित्य में राष्ट्रीय चेतना और संस्कृति के संवाहक लेखकों और कवियों की परंपरा में ‘रामधारी सिंह दिनकर’ का नाम बड़े ही सम्मान से लिया जाता है। आज इस महान विभूति का जन्मदिवस (23 सितंबर 1908- 24 अप्रैल 1974) है।… Read More
एक राष्ट्र, एक भाषा किसी भी देश को एकता के सूत्र में मजबूती से बांधने का काम करती है। वह उस देश के लिए आन, बान और शान होती है। इससे किसी भी देश की सभ्यता और संस्कृति का भी… Read More
मैम सबसे पहले तो आपको हिंदी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ …! प्रश्न: बतौर हिंदी शिक्षिका हिंदी दिवस को आप किस रूप में देखती हैं? प्रो. रमा: हिंदी दिवस की आप सबको भी बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। बतौर हिंदी शिक्षिका अगर मुझसे पूछा… Read More
हिंदी सिनेमा में एक संवेदनशील गीतकार के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले महान गीतकार शैलेन्द्र जी का आज (30 अगस्त,1923-14 दिसंबर 1966) जन्मदिवस है। इनका पूरा नाम “शंकरदास केसरीलाल ‘शैलेन्द्र’ था’। ‘होठों पर सच्चाई रहती है, दिल में… Read More
आज राष्ट्रीय खेल दिवस है। हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के सम्मान में उनकी जयंती (29 अगस्त 1905- 3 दिसम्बर, 1979) के अवसर पर पूरे देश में इसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी सिनेमा… Read More
ना हारना जरूरी है, ना जीतना जरूरी है,जीवन एक खेल है, इसे खेलना जरूरी है। ‘हॉकी के जादूगर’ के नाम से प्रसिद्ध भारत के महान हॉकी खिलाड़ी ‘मेजर ध्यानचंद सिंह’ के जन्मदिन 29 अगस्त पर पूरा देश इन्हें सम्मान देने… Read More
हिंदी साहित्य के तीन महान विभूतियों का आज (22 अगस्त) जन्मदिवस है। जिनमें से एक हिंदी साहित्य में व्यंग्य की पहचान और मेरे प्रिय लेखक ‘हरिशंकर परसाई’ जी हैं जिसने ‘भोलाराम का जीव’, ‘प्रेमचंद के फटे जूते’ आदि व्यंग्य लिखा… Read More
भूमंडलीकरण ऐसी विचारधारा है जो भारत में पश्चिम से उधार ली गयी थी। उसका प्रचार प्रसार यह ‘लॉलीपाप’ दिखाकर किया गया कि अब भारत के लोग भी विदेशी युवाओं की तरह ‘पिज्जा बर्गर’ और ‘मैगी’ खा सकेंगे और चमचमाती कारों… Read More