तेरी जय हो अन्न के दाता । तु सबकी भूख मिटाता ।। दिन – रात तु पसीना बहावै , सबकी खातर अन्न उगावै , और खुद भूखा सो जाता । तेरी जय हो अन्न के दाता ।। लू चालो चाहे… Read More
गीत : मत बेटी नै समझो पराई
मत बेटी नै समझो पराई। हो बेटी खरा धन भाई।। 1. बेटां पै पड़ै बेटी भारी, बेटी हो घणी आज्ञाकारी, ना ल्यावै कदे बुराई। हो बेटी खरा धन भाई।। 2. दया, त्याग की मूर्ति बेटी, सेवा के म्हां फिरती बेटी,… Read More
कविता : कोई फर्क नही पड़ता
राजा रावण हो या राम कोई फर्क नहीं पड़ता जनता तो एक सीता है राजा रावण हुए तो पंचवटी से उठा ली जायेगी राजा राम हुए तो अग्नि परीक्षा के बाद भी ठुकरा दी जायेगी। राजा कौरव हों या पांडव… Read More
गीत : किसान का हाल
चौबीस घन्टे रहता यो तै माटी गेल्या माटी अन्नदाता का हाल देख मेरी छाती जा सै पाटी 1 बिन पाणी बता क्यूंकर करै बिजाई रै नहीं टेम पै मिलते बीज , दवाई रै कदे खाद पै मारा – मारी ,… Read More
गीत: श्री राम कथा
श्री राम कथा का करते हैं हम प्रेम से गुणगान सुणियो रै धर कै ध्यान 1 अवधपुरी के राजा दसरथ औलाद बिन लाचार हुये पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया था जिससे पुत्र चार हुये राम ,लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सूंदर और होनहार हुये… Read More
कविता : ऐसा तो सैनिक ही होता है
न हंसता है, न रोता है वो रातों को न सोता है जो जीता है अपने देश के लिये ऐसा तो केवल सैनिक ही होता है। वो धीर है, गम्भीर है निडर है और वीर है जो दुश्मन का कर… Read More