ganpati scs

भजन : गजानन आराधना

गजानन आओ नी इक बार …। गजानन आओ नी इक बार ….। निसदिन तेरी बाट में जोहूं , बैठूं पलक बुहार …। गजानन आओ नी इक बार….। धूप-दीप और फल-फूलों से , तुझ को भोग लगाऊँ । लगा तेरे अगर… Read More

flower girl

काव्य : जगजीवन चालीसा

फूल-फूल के फूलने से तु, प्यारे ‘फूल’ न बन जाना ।। कांटो की जो जरा चुभन से, फटे फूल ,जीवन बचाना।। जीवन बने वट वृक्ष सा तेरा, फल फूलों से लदा हुआ ।। कंटक कांटे दुख भरी जलन का ,… Read More

himtaj mata

भजन : जय हिंगलाज मां

जय-जय तेरी मां हिंगलाज, दर्शन करने आए आज । तेरा आशीर्वाद जो पाएं , भवसागर से हम तर जाएं । दुनिया में ज्ञान के दीप जलाएं, तेरी अमरज्योत उजलाएं । उड़ते रहें पंख परवाज । जय-जय तेरी मां हिंगलाज ,… Read More

dhanteras

कविता : पाँच दिवसीय पर्व दीपावली

धन की वर्षा हुई बाजारों में , चेहरों पर खुशियों की लड़ियाँ जगमगाई। धन से धन्य दिन-रात हुए जगमग, धन तेरस ने शुरुआत करवाई । कुबेर ने घर आंगन खोला खजाना , धन-धान्य खुशियों की घर-घर लहराई । धन की… Read More

lord radha kahana

कविता : मेरे गिरधर ,मेरे कन्हाई जी

जब भी आवाज दूं चले आना , मेरे गिरधर , मेरे कन्हाई जी । रीत प्रीत की भूल न जाना , जो भक्त-भगवान बनाई जी । तन-मन प्यासा जन्म-जन्म से, दरस को तरसे ये अखियां। बोल बोल-के छेड़े है जग… Read More

navratra

नवरात्र-शक्ति-आराधना

(सर्व अमंगल, मंगलकारी, दुःख-पीड़ा से तारण हारी। जग-तम में तू ही उजियारी, जीव कंटको में फुलवारी। अब तो आजा, हे जग माँ तू, यह दुनियाँ तुझ ही को पुकारी।)… 2 स्मरण तेरा शुरू करें हम, घट को स्थापित करके। घट-घट… Read More

coronaa

कविता : डरे कोरोना….भागे..

सौ करोड़ , हां, सौ करोड़ हम, दुनियां में हुए आगे । एक सुरक्षा कवच बना , जहां ,डरे कोरोना भागे । ताली , थाली, लॉकडाउन सब , जनता के बने हथियार । दुनियां केवल ताकती रह गई, वैक्सीन हमारी… Read More

varnmala

काव्य : नैतिक हिंदी वर्ण माला

अ से अनार ,आ से आम , पढ़ लिख कर करना है नाम। इ से इमली , ई से ईख , पहले भइया इनको सीख । उ से उल्लू ,ऊ से ऊन, हम सबको पढ़ने की धुन । ऋ से… Read More

गीत : गजानन विदाई

मूषक सवार हो के चले है गजानन, आज अपने भक्तों से विदा हो के। नाँचे और गाएँ ये भक्त मतवाले, गणपति की भक्ति में मगन हो के। झांकी है मनुहार, करे मेरा दिल पुकार। रह जाऊँ इनमें ही आज खो… Read More

raksha bandhan

कविता : बन्धन ये रक्षा का

बंधन ये रक्षा का बहना मांगे वचन ये भाई से। साथ निभाना, लाज बचाना, इस दुनिया हरजाई से माँ बाबा के आँगन पलके थोड़ी सी मैं बड़ी हुई । पाया प्यार तुम्हारा जबसे लगती जैसे दुनियां नई। हाथ तुम्हारा बढ़ा… Read More