kisan

कविता : किसान की व्यथा

मैं किसान हूँ  अब आपने अनुमान लगा ही लिया होगा कि मेरे पिता एवं पितामह भी अवश्य ही किसान रहे होंगे आपका अनुमान सही है श्रीमान  मेरे पूर्वज भी थे किसान किसान का पुत्र किसान हो या ना हो किसान… Read More

poem mansoon sawan

कविता : सावन

पिपासा तृप्त करने प्यासी धरा की बादल प्रेम सुधा बरसाने आया है अब तुम भी आ जाओ मेरे जीवन प्रेमाग्नि जलाने सावन आया है देखकर भू की मनोहर हरियाली नभ के हिय में प्रेम उमड़ आया है रिमझिम फुहारें पड़ीं… Read More

कविता : बारिश

कल रात जब वो आई थी घर मेरे तब होने लगी थी बेमौसम बारिश सिर्फ़ संयोग था बादलों का बरसना या थी कुदरत की वह एक साज़िश। मिली थी वह मुझसे पिछले बरस ही पर हम अब तक मिल ना… Read More

कविता : मिथिला

मिश्री जैसी मधुर है हमारी बोली हम प्रेमी पान मखान और आम के भगवती भी जहाँ अवतरित हुईं हम वासी हैं उस मिथिला धाम के संतानों को जगाने मिथिला की माएँ सूर्योदय से पूर्व गाती हैं प्रभाती सुनाकर कहानियाँ ज्ञानवर्धक… Read More

Poem Mithila Dham

कविता : हमारा मिथिला सबसे महान

मिश्री जैसी मधुर है हमारी बोली हम प्रेमी पान मखान और आम के भगवती भी जहाँ अवतरित हुईं हम वासी हैं उस मिथिला धाम के संतानों को जगाने मिथिला की माएँ सूर्योदय से पूर्व गाती हैं प्रभाती सुनाकर कहानियाँ ज्ञानवर्धक… Read More

कविता : तस्वीर

मेरे जीवन में  जब तक माँ मेरे साथ थी  मैं कभी भी उस तरह से उसे नहीं देख सका जिस तरह से मुझे जन्म देकर उसने देखा था ना ही कभी सुन सका मैं उसकी तरह क्योंकि वह हृदय से… Read More

dancer in arketsra

कविता : आधुनिक नर्तकी

भावाभिव्यक्ति का ज्ञान नहीं केवल वक्ष व नितंब हिलाती है फूहड़ गीतों पर हुड़दंग मचा समाज में अश्लीलता फैलाती है उघाड़ती है जितना तन अपना दर्शकों से उतना धन वो पाती है नग्नता ही होती है आधुनिकता अपने कुतर्कों से… Read More

poem on death

कविता : मृत्यु

जीवन से मोह ही जीवन को जटिल बनाता है और मृत्यु का भय ही मृत्यु को भयावह मृत्यु तो विश्राम देती है अपनी गोद में आराम देती है मृत्यु ही सच्ची प्रेयसी है लेकिन यह तुम नहीं समझोगे क्योंकि तुम… Read More

ग़ज़ल : अब तू ग़ैर है 

मैं जानता हूँ कि अब तू ग़ैर है मुझे जीना भी तेरे बग़ैर है फिर भी मोहब्बत है तुझसे मेरे दिल को मुझसे ही बैर है बसा रखा है तुझे इन आँखों में मेरा मन ही बना मेरा दैर है… Read More

कहानी : ख़ैराती जयचंद

पाठक टोली और शर्मा टोली में पिछले महीने वर्चस्व को लेकर जमकर मारपीट हो गई थी। मारपीट की घटना में पाठक टोली के दो और शर्मा टोली के आठ लोग घायल हुए थे। शर्मा टोली के ज़्यादा लोग घायल हुए… Read More