पूजत चरण माँ शारदे पंचम तिथि है बसन्त
सर्वज्ञान विस्तारित हो जितना गगन अनन्त।

प्रकटोत्सव पर हर्षित सारे देवी देव भगवान
नतमस्तक हो स्तुति करें ओढ़ पीत परिधान।

ओढ़ पीत परिधान भोग में बेसन का हलवा
धन यश विद्या और प्रसिद्धि मैया का जलवा।

वीर हक़ीक़त राय का भी करो हिंदुओं ध्यान
धरम सनातन मान हेतु किये प्राण बलिदान।

झूठे बेर श्री राम ने आज चखे थे शबरी द्वार
दीपक इतना पावन है बसंत पंचमी त्यौहार।

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