सुनील दत्त का जीवन एक मिसाल है जिसमें बंटवारे का दंश झेलने वाले परिवार का युवक संघर्ष के विभिन्न पड़ावों से गुजरता हुआ बस कंडक्टर की मामूली नौकरी शुरू कर देश का मंत्री के पद तक पहुंचता है। आज सुनील… Read More

सुनील दत्त का जीवन एक मिसाल है जिसमें बंटवारे का दंश झेलने वाले परिवार का युवक संघर्ष के विभिन्न पड़ावों से गुजरता हुआ बस कंडक्टर की मामूली नौकरी शुरू कर देश का मंत्री के पद तक पहुंचता है। आज सुनील… Read More
नहीं रहे ‘ वादा रहा सनम होंगे जुदा ना हम’ गीत लिखने वाले अनवर सागर : 1992 में अक्षय कुमार की फिल्म आई थी खिलाड़ी। ये फिल्म सुपर हिट रही थी। इसकी लोकप्रियता का आलम यह था कि इसी फिल्म… Read More
बासु चटर्जी हिंदी और बांग्ला सिनेगा के ऐसे नाम हैं जिनकी फिल्में वास्तव में मध्यवर्गीय जीवन की छोटी – छोटी विसंगतियों को स्वर देती हैं। आम जीवन में पनपे प्रेम की सामाजिक जटिलता को सुलझाती हुई उनकी फिल्में समांतर सिनेमा… Read More
भारत पाकिस्तान का नाम एक साथ आते ही हर हिंदुस्तानी या पाकिस्तानी के कान ही खड़े नहीं होते बल्कि दोनों और के दिलों में एक चिंगारी भड़क उठती है जनाब। लेकिन इन दोनों दुश्मन मुल्कों के बीच बहुत बार ऐसे… Read More
करण जौहर इस नई शताब्दी में नई जेनरेशन की पसंद की फिल्में बनाने वाले निर्माता और निर्देशक हैं। वे पहले फिल्म निर्देशक आदित्य चोपड़ा की टीम में थे। यश फिल्मस के बैनर तले जब आदित्य दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे बना… Read More
इस विषय पर पिछले कई दिनों से कुछ लिखने की सोच रहा था मगर आज सुबह जब शहर के उभरते हुए युवा साथी लेखक और निर्देशक Rahul Yadav जो कि यू ट्यूब पर राहुल आशिक़ीवाला नाम से फेमस है का… Read More
आपको पाक़ीज़ा फिल्म में मीना कुमारी पर फिल्माए गए लता मंगेशकर के लाजवाब गीत यूं ही कोई मिल गया था सरेराह चलते चलते और ठाड़े रहियो ओ बांके यार गीत याद हैं? इन बेहतरीन नगमों का संगीत निर्देशन जिस शख्स… Read More
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया -ख़ालिद शरीफ़ कौन होगा जो ऋषि कपूर को देखे हुए बिना बड़ा हुआ होगा ? कौन होगा जो इरफ़ान खान को देखे… Read More
‘लक बाय चांस’ के प्रोड्यूसर किरदार रोमी रोली का किरदार एक जगह खुद से बतियाता इंडस्ट्री के बदलते चलन और परंपराओं के टूटने पर रोता है। वह स्टार पुत्रों को अपनी फ़िल्म में लेना चाहता हैं पर वह सब उनसे… Read More
“सिर्फ इंसान ही गलत नहीं होते, वक्त भी गलत हो सकता है।” 29 अप्रैल, 2020 का दिन भारतीय कला जगत को एक ऐसा ज़ख्म देकर गया जिसकी भरपाई करना मुश्किल हैं। जिस बॉलीवुड में बिना किसी पहचान एवं पहुंच के… Read More