बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया
-ख़ालिद शरीफ़
कौन होगा जो ऋषि कपूर को देखे हुए बिना बड़ा हुआ होगा ? कौन होगा जो इरफ़ान खान को देखे हुए बिना हिंदी सिनेमा के यथार्थ को समझा होगा. पहले पिताजी के साथ मेरा नाम जोकर में एक्टिंग और फिर पिता के निर्देशन में उनको कर्जे से उबारने के लिए बॉबी में हरफनमौला एक्टिंग. वो जो सफर बॉबी से शुरू हुआ था . द बॉडी पर आ रुका. बॉबी से लेकर दी बॉडी तक का उनका एक्टिंग सफर शानदार, ऐतिहासिक और जानदार रहा. 67 साल का उनका जिंदगी का सफर तमाम तरह के उतर चढ़ावों को समेटे हुए है. फिल्म फेयर अवार्ड्स से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड्स तक उनका फ़िल्मी सफ़र हर तरह की भूमिकाओं मे समेटे और बेहतरीन मेलोडियस संगीत को समेटे हुए है. बॉबी के कमरे में बंद हो जाएँ के सदाबहार संगीत से लेकर दामिनि के गवाह है चाँद तारे गवाह है तक और भाईसाब दीवाना को कौन भूलेगा. एक सदाबहार अभिनेता और बेहतर इंसान देश ने खो दिया! वहीं, इरफान खान एक जबरदस्त अभिनेता. साधारण चेहरा लिए एक असाधारण अभिनेता. जिसने हरेक कॅरक्टर को सच में जी लिया था. विभिन्न तरह के सुपरहिट सरिअल्स जय हनुमान, भारत एक खोज करने के बाद सलाम बॉम्बे जैसी फिल्म में एक छोटा रोल! भाईसाब, उस छोटे रोल से बन्दे ने धमाका कर दिया ! फिर क्या देशी विदेशी फ़िल्में! एक खालिस हिंदी छोकरे ने बड़े बड़े बैनर की विदेशी फ़िल्में कर डाली! कोई इन्हें पानसिंघ तोमर के लिए जानता है तो कोई उन्हें कोई उन्हें पीकू के लिए, तो किसी को औस्कर जीतने वाली मूवी स्लुम्दोग मिलनिएर में इंस्पेक्टर की भूमिका के लिए ! अरे भाई जुरासिक वर्ल्ड भी उनके खाते में है और सुर्खियां बटोर ने लाइफ ऑफ़ पाई भी और लंच बॉक्स और इंग्लिश मध्यम जैसी बेहतरीन मूवी की एक सीरीज सी है.शायद इसीलिए उन्हें पदमश्री का सम्मान भी मिला! एक बेहद सरल, सहज, मौलिक पर उच्च कोटि का इंसान ! जिसने न सिर्फ फिल्मों में समाज की कुरीतियों को अभिनय के दवारा विरोध किया तो रियल जिंदगी में भी बोलते रहे! एक बेहतरीन इंसान और जिंदादिल अभिनेता के तौर पर शायद ही कोई उनको भूल पाये! मैं कुछ ओरजिनल पोस्ट लिख कर इनदोनो ओरिजिनल इंसान और अभिनेता को याद करना चाहूंगा, और देखिये मेरे स्पीकर में ऋषि की सुरीली धुन आ रही है याद कर सुनने दिजिये अलविदा ! मुकेश जी का गाया एक गाना याद आ रहा है :-
जाने चले जाते हैं कहाँ
दुनिया से जाने वाले
जाने चले जाते हैं कहाँ?
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