“संस्काराद् द्विज उच्च्यते।” संस्कारों से मनुष्य का निर्माण होता है और अच्छे संस्कार मनुष्य को मनुष्यता सिखाते हैं। समयांतराल पर ये संस्कार मनुष्य समाज, साहित्य और सिनेमा से ग्रहण करता है। हर युग के अपने संस्कार होते हैं। किंतु कुछ… Read More
मूवी रिव्यू : सही जगह वार करती ‘ड्रीम गर्ल’
आयुष्मान खुराना अभिनीत फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ का निर्देशन किया है राज शांडिल्य ने। जो कपिल शर्मा के लिए कई शो लिख चुके हैं। कपिल की शो की सफलता का आंकलन करते समय राज ने संभवत: इस बात पर भी विचार… Read More
अबोध से कलंक तक चन्द्रमुखी उर्फ़ ‘माधुरी दीक्षित’ विशेष
15 मई 1967 को मुंबई में जन्मी सबके दिलों की धड़कन धक धक गर्ल और देवदास की चंद्रमुखी यानी माधुरी दीक्षित एक सफ़ल भारतीय सिनेमा अभिनेत्रियों में से एक है। हिंदी सिनेमा के 80, 90 के दशक तक एक मुख्य… Read More
क्यों घटता जा रहा है सिनेमा में हिंदी महत्व ?
14 सितंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी भाषा को अखण्ड भारत की प्रशासनिक भाषा के ओहदे से नवाजा था। यही वजह है कि 1953 से प्रति वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के… Read More
पंकज त्रिपाठी : अपने ही रचे क्राफ्ट को बार-बार तोड़ता नायक
एक बेहतर अभिनेता वह है जो अपने रचे हुए क्राफ्ट को बार बार तोड़ता है, उसमें नित नए प्रयोग करता है और अपने दर्शकों, आलोचकों, समीक्षकों को चौंकाता है। बीते सालों में पंकज त्रिपाठी ने लगातार इस तरह के प्रयोग… Read More
मैं कैप्टन जैक स्पैरो हूँ !!!
हाँ सही सुना कैप्टेन जैक स्पैरो, जो कंकाल रूपी एक शरीर है। दरअसल मैं अभिशप्त आत्मा हूँ, मृत जीव या कहे एक मसखरा जो उलझे क्षणों में अपनी उपस्थिति से हास्य पैदा कर देता है। मैं इंसान नही हूँ बल्कि… Read More
SHANKER-JAIKISHAN : An Indian Musical Secular Face & The Emperor of Filmfare
There was the time when Filmfare awards had the same reputation as the OSCAR is known even today in Hollywood.The golden two decades 6th (1951 to 19 60) & 7th (1961 to 1970) of Hindi film music has no match… Read More
‘स्त्री-अस्मिता’ और ‘हिंदी सिनेमा’ (भाग : एक)
स्त्री-भागीदारी को लेकर हमेशा उदासीन रहा हिंदी सिनेमा अब जागरूक हो चुका है। निःसंदेह यह जागरूकता फिल्म उद्योग की खुद की नहीं है बल्कि महिलाओं द्वारा किए खुद में परिवर्तनों के आधार पर आई है। ऐसा भी नहीं कि स्त्रियाँ… Read More
जन्मदिवस : फिल्म समीक्षक श्री जयप्रकाश चौकसे
पिछले पच्चीस वर्षों से दैनिक भास्कर में प्रकाशित हो रहे लोकप्रिय काॅलम #परदे के पीछे के लेखक/फिल्म निर्माता/समीक्षक श्री जयप्रकाश चौकसे जी का आज अस्सी वां जन्मदिवस है। १सितम्बर १९३९ को बुरहानपुर में जन्मे जयप्रकाश अपने माता-पिता की चौथी संतान… Read More
जन्मदिवस पर विशेष : आम आदमी की आवाज़ गीतकार ‘शैलेंद्र’
हिंदी सिनेमा में एक संवेदनशील गीतकार के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले महान गीतकार शैलेन्द्र जी का आज (30 अगस्त,1923-14 दिसंबर 1966) जन्मदिवस है। इनका पूरा नाम “शंकरदास केसरीलाल ‘शैलेन्द्र’ था’। ‘होठों पर सच्चाई रहती है, दिल में… Read More