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सिनेमा

मेरा मानना है कि पृथ्वी को और ज्यादा खूबसूरत एवं चमकदार बनाने के लिए समय-समय पर कुछ ध्रुवतारे, कुछ नक्षत्र यहाँ आते रहते हैं। सन् 1917,चपारण सत्याग्रह का दौर था।उसी वक्त हमारे जिला-जवार गोपालगंज के करमैनी गाँव में 16 नवंबर… Read More

शिक्षा और फिर परीक्षा

Part-1 बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित हो गई है।लगभग महीना-भर बचा है।इतने दिन कम नहीं होते और ज्यादा भी नहीं।जैसे-जैसे परीक्षा नजदिक आ रही है,स्वाभाविक है कि आपकी चिंता बढ़ रही होगी!दोस्तों, ये चिंता करने या फ्रस्टीयाने का वक्त नहीं… Read More

महान विभूति : महाराणा प्रताप

महाराणा प्रताप बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ,जब मैं स्कूल में था।प्रताप को विशेष रूप से जानने-बुझने की जिज्ञासा जागृत हुई।मैं स्तब्ध था क्योंकि अभी तक राष्ट्रनायकों से ज्यादा आक्रमणकारियों के विषय में पढ़ने को मिला था ।बालपन में ही यह… Read More

गीत

हर राम का जटिल जीवन पथ होगा  जब पिता भार्या भक्त दशरथ होगा  करके ज़ुल्म करता है वो इबादत कहो फिर कैसे पूर्ण मनोरथ होगा नींद आयेगी तुझे भी सुकून भरी जब तू भी पसीने से लथपथ होगा कृष्ण का… Read More

व्यंग्य : कागज़ नहीं दिखाएँगे

युग के युवा,मत देख दाएं और बाएं और पीछे ,झाँक मत बगलें न अपनी आँख कर नीचे,अगर कुछ देखना है  देख अपने वे वृषभ कंधे,जिन्हें देता निमंत्रण सामने तेरे पड़ा, युग का जुआ “ युग का जुआ युवाओं को अपने… Read More

कविता : मेरी माँ मेरा आधार

कितना मुझे हैरान, परेशान किया लोगों। पर मकसद में वो, कामयाब हो नहीं । क्योंकि है माँ का आशीर्वाद, जो मेरे सिर पर। इसलिए तो बड़ी से बड़ी, मुश्किलों से निकल जाता हूँ।। धन दौलत से ज्यादा, मुझे मेरी माँ… Read More

शिक्षा का उद्देश्य

शिक्षा (Education) शब्द की व्युत्पत्ति लेटिन शब्द “एडुकेयर ” से हुई है जिसका अर्थ है “पढ़ाना -लिखाना “,”आगे बढ़ाना ” और ” विकसित करना। ” शिक्षा का संधि विच्छेद है- शि = नेतृत्व करना /प्रवेश करना और क्ष = क्रिया/कार्य… Read More

कविता : शब्दों का महत्व

शब्दों के प्रयोग से  महकता है आपका जीवन। शब्दो के प्रयोग से ही बनते हैं प्रशंसक। शब्दों के उपयोग से समझ आते है पढ़े लिखे। शब्दों और वाणी से बना सकते हो माहौल। शब्दों के बिना निराधार है आपका मनुष्य… Read More

गीत : हमराज बन गए

तुमने मुझे क्यों चुना, मोहब्बत करने के लिए। मुझमें तुम्हें क्या, अच्छा और सच्चा लगा। मैनें तो तुमसे कभी, निगाहें मिलाई ही नहीं। फिर भी तुमने अपना दिल, मेरे को क्यों दिया।। दिल के झरोखों से क्या तुम्हें कोई तरंग… Read More