मानवता के कवि जयशंकर प्रसाद

आज छायावाद के प्रवर्तक कवि, लेखक, निबंधकार, उपन्यासकार जयशंकर प्रसाद की पुण्यतिथि है। दिनांक 15 नवम्बर 1937 हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक इस कवि का दुनिया से प्रस्थान हो गया था। उन्होंने हिन्दी काव्य… Read More

मूवी रिव्यू : सैटेलाइट लांचिंग है ‘सैटेलाइट शंकर’

सूरज पंचोली के शोबिज करियर में वे जिया खान की आत्महत्या में कथित भूमिका के लिए, प्रेस की बुरी सुर्खियों से बचे रहे हैं।  यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें युवा हंक बाहर निकलना चाहते हैं, और यह साबित कर… Read More

गुरुनानक जयंती विशेष : सतगुरु नानक प्रगटिया

10 वें सिक्‍ख गुरूओं के प्रथम गुरू गुरुनानक सिक्‍ख पंथ के संस्‍थापक थे। जिन्‍होंने धर्म में एक नई लहर उत्पन्न की । सिख गुरूओं में प्रथम गुरू नानक का जन्‍म 1469 में लाहौर के निकट तलवंडी (ननकाना साहिब पाकिस्तान) में… Read More

पुस्तक समीक्षा : अतृप्त आकांक्षाओं की अट्टालिका पर खड़ी ‘मध्यांतर’

हिंदी साहित्य जगत में एक समय के बाद कविताएँ लिखना लगभग खत्म सा हो गया था। या यों कहें कि कविताएँ तो लिखी जाती रहीं मगर स्तरीय लेखन का उनमें अभाव था। साहित्यकार अब न तो दरबारी कवि थे और… Read More

मूवी रिव्यू : उजड़े चमन की उजड़ी हुई कहानी है उजड़ा चमन

एक प्रोफेसर है उम्र तीस बरस सब कुछ ठीक है। नही है तो सिर पर बाल। इस वजह से वह 30 का होकर भी 40-50 का अंकल टाइप लगता है। ऐसे उजड़े चमन इस दुनिया में बहुत से हैं। लेकिन… Read More

मूवी रिव्यू : नियोग प्रथा धर्म के बहाने उत्तर आधुनिक पोर्नोग्राफी ‘सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक’

कोई औरत कब पूरी होती है ? इसका अंदाजा लगाना हो तो आप सुरेन्द्र वर्मा के लिखे इस नाटक को पढ़ लीजिए और अगर पढ़ने में आनंद नहीं आता तो कम से कम इस फिल्म को देख लीजिए। सुरेन्द्र वर्मा… Read More

मूवी रिव्यू : फुस्स और बेआवाज़ का पटाखा है हाउसफुल 4

सबसे पहले बता दूँ कि अक्षय कुमार की हाउसफुल 4 हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी की चौथी किस्त है। हाउसफुल 4 से साजिद खान के निकलने के बाद फरहाद सामजी ने इसके निर्देशन की कुर्सी संभाली। शायद यही वजह रही की हाउसफुल 4… Read More

पिता जी के रहते एक दिवाली थी पिता जी के बाद एक दिवाली है

जीवन के 25 वसन्त में यह तीसरी दिवाली होगी जब बिना पिता जी के आशीर्वाद के दिवाली बनाई जाएगी और मेरे जहन में वो यादें हमेशा ताज़ा बनी रहेंगी जो पिता जी के साथ बनी थीं। उन्हें ताउम्र अपने जीवन… Read More

मूवी रिव्यू : सामाजिक कुरीतियों पर सवाल उठाती प से प्यार फ़ से फरार

ऑनर किलिंग पर बनी यह फिल्म हार्डहिटिंग है और फिल्म सैराट से प्रेरणा लेती दिखाई देती है। ऑनर किलिंग पर बनी ‘प से प्यार फ़ से फ़रार’ कोई इस तरह के विषय पर बनने वाली पहली या आखरी फ़िल्म नही… Read More

मूवी रिव्यू : बहादुरी और बुलंद आवाज़ की तस्वीर फ़िल्म सांड की आँख

सांड की आंख फ़िल्म को बनाने से पहले इस फ़िल्म में मुख्य कलाकार को लेकर काफी विवाद हुआ था। लेकिन अब जब बेहतरीन कास्टिंग के साथ फ़िल्म आई है तो बहादुरी और बुलंद आवाज बनकर उभरती है। फिल्म में भूमि… Read More