23/09/202326/09/2023 डी. कुमार अजस्र गुरु पद, गोविंद से बड़ा, गोविंद गुरु अनेक। गर गुमान/गुरुर गुरु से अलग, गोविंद ऊपर पेठ। बने मनुष जो मनुष मन, अहं, काम क्या काम। मृत्युलोक तब स्वर्ग सम, *अजस्र* पुरुषार्थी राम। +460 About Author डी. कुमार अजस्र हिंदी प्राध्यापक राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय गुढ़ा नाथावतान, बूंदी (राजस्थान) See author's posts