देश प्रेम की भावना,
मन में हो भरपूर ।
लाल, भगत, आज़ाद से ,
हों हम भी मशहूर ॥
डोर देश की सौंप दी,
क्यों नेता के हाथ ।
चाहे माटी देश की,
जनमानस का साथ ॥
वृद्ध जवां बच्चे करें,
जहां देश हित बात ।
दुश्मन ऐसे देश से,
डरते है दिन रात ॥
करे नहीं आघात
करें रोज़ हम सब अगर,
राष्ट्र धर्म के काज ।
निश्चित ही भारत करे,
सकल विश्व पर राज ॥
ख़ुद से ज़्यादा जो करें ,
मातृभूमि से प्यार ।
कहलाए वह देश का,
सच्चा पहरेदार ॥