आओ आओ पेड़ लगाओ प्रदूषण को देश से भगाओ पेड़ इन्सान के जीवन की कहानी है ये बात ऋषि-मुनि-वैज्ञानिक ने मानी है पेड़ है तो ये जहाँ है पेड़ नहीं तो ये जहाँ नहीं चींटी हो या हाथी पेड़ सबका… Read More
कविता : मैं शिक्षक योद्धा हूँ
मुझे कम ना आंको लोगों मैं शिक्षक राष्ट्र निर्माता हूँ कोरोना की इस जंग में मेरी भूमिका मै बताता हूँ । पूरा समाज मेरा ऋणी है इस बात को कौन इन्कार करे मैंने तो बस इतना कमाया है मेरे शिष्यों… Read More
कविता : अब तो संभल
अब तो संभल जा इन्सान सचेत कर रहा है भगवान देख ले धरती पे ये अजाब गुनाहों से तौबा कर इन्सान डर भी लगता है कोरोना से अपनी फितरत को तो पहचान मन में खोट फिर बुरा सोच क्यूं खुदा… Read More