आओ आओ पेड़ लगाओ
प्रदूषण को देश से भगाओ
पेड़ इन्सान के जीवन की कहानी है
ये बात ऋषि-मुनि-वैज्ञानिक ने मानी है
पेड़ है तो ये जहाँ है
पेड़ नहीं तो ये जहाँ नहीं
चींटी हो या हाथी
पेड़ सबका साथी
कण्दमूल पेड़ों की छाल
कहानी कहता पाषाणकाल
मानव के इतिहास की कहानी
पेड़ों से जुड़ी नानी-दादी कहानी
पेड़ जीव मात्र के काम आए
पेड़ उगाए जो मेवा पाए
मिश्र-सिन्धु सभ्यता कहती आई
पेड़ों की गाथा-महता सबने गाई
आदिकाल से पेड़ों की गाथा सुनते आए हैं
पेड़ों की पूजा न जाने कब से होती आई है
राजा-बादशाह-सम्राट के जमाने में
गौरव होता था तब पेड़ लगाने में
चरिन्दे-परिन्दे न जाने कितनी प्रजातियां
पेड़ों से जिनके रिश्तों,को मिलती थी ख्यातियां
प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष मानव को जो कुछ मिलता है
सच मानिये पेड़ों में देवताओं का रुप मिलता है
पेड़ों की पूजा, पेड़ों में देवताओं का वास है
जीव-जन्तुओं,पंखेरुओं का पेड़ों पर ही आवास है
पेड़ समृधि व खुशहाली की निशानी है
पेड़ सभ्यता और संस्कृति की कहानी है
आओ,हम सब मिल पेड़ लगावें
प्रदूषण को भारत से भगावें ।