मुझे कम ना आंको लोगों
मैं शिक्षक राष्ट्र निर्माता हूँ
कोरोना की इस जंग में
मेरी भूमिका मै बताता हूँ ।
पूरा समाज मेरा ऋणी है
इस बात को कौन इन्कार करे
मैंने तो बस इतना कमाया है
मेरे शिष्यों से प्रणाम पाता हूँ ।
मेरे आशीर्वाद से ही चिकित्सक
कोरोना वायरस से जंग जीत रहे
मेरी खुशी का अब क्या ठिकाना
हर स्वास्थयकर्मी योद्धा कहलाता है ।
शासन – प्रशासन की डोर सम्भाले
गुरु – ज्ञान से ही नेतृत्व कर पाते हैं
कोरोना से जंग जीत का सेहरा
कलेक्टर के सिर पर बंध पाता है ।
शान्ति-सुरक्षा पुलिस प्रशासन के जिम्मे
लॉकडाऊन-कर्फ्यू मे जिनकी भूमिका
ये सभी पाठ हम से पढ़ कर ही सीखे हैं
कोरोना से ये योध्दा ही हमे बचाता है ।
मुझसे ही पूरा समाज शिक्षित होकर
अपने कर्तव्य – पथ पर संघर्षशील है
हर वर्ग-हर समाज का सजग नागरिक
कोरोना की जंग का योध्दा कहलाता है ।
इस जंग के सच्चे योद्धा सफाईकर्मी हैं
जिनके बल से शहर स्वच्छ हो पाता है
शिक्षक ही जन-जन को संस्कारित कर
इस वायरस से लड़ने की अलख जगाता है
मैं शिक्षक कुछ कहता नही हूँ, मगर
आज ये खुल कर मैं सबसे कहता हूँ
सरकार मुझ से क्या- क्या अब काम लेती है
तुम ना कहो योद्धा तो भी, मैं योद्धा कहलाता हूँ