आज नागरी प्रचारिणी सभा देवरिया के तुलसी सभागार में मासिक नागरी काव्य गोष्ठी सभाध्यक्ष आचार्य परमेश्वर जोशी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसके मुख्य अतिथि काशी से पधारे सुप्रसिद्ध कवि गज़लकार और समीक्षक डॉ. चंद्र भाल सुकुमार और विशिष्ट अतिथि अंचल भारती देवरिया के सम्पादक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जयनाथ मणि त्रिपाठी रहे। काव्य गोष्ठी के संयोजक रहे गीतकार सरोज पांडेय तथा संचालन किया प्रसिद्ध हास्य व्यंग्यकार योगेन्द्र तिवारी योगी ने। वरिष्ठ कवि धर्मदेव सिंह आतुर, दयाशंकर कुशवाहा, सौदागर सिंह, वरुण पांडेय, आशुतोष त्रिपाठी, तौफ़ीक़ अहमद फेगार, रामेश्वर तिवारी, उद्भव मिश्र रवि नंदन सैनी, भीम प्रसाद प्रजापति, अभिषेक तिवारी, नित्यानंद, आनन्द, बाबूनन्दन सिंह, युवा शायर हारिश खान जैसे दो दर्जन कवियों ने अपनी कविताओं से वातावरण को सरस बनाया। इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. चंद्रभालसुकुमार ने कहा कि कविता ही मनुष्य को मनुष्य होने का संस्कार देती है, मेरे भीतर कविता के बीज तो पहले से ही थे पर उनका पल्लवन और पुष्पन और विकास देवरिया में ही हुआ। नागरी प्रचारिणी सभा देवरिया शताधिक वर्षों से साहित्य के प्रति समर्पित और सक्रिय है, यह देखकर खुशी होती है। डॉ. जयनाथ मणि जी ने भी अपनी कविता सुनाई। स्वागत सभा के मन्त्री इन्द्र्कुमार दीक्षित तथा आभार ज्ञापन अध्यक्ष परमेश्वर जोशी ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जितेन्द्र प्रसाद तिवारी, कार्य समिति के सदस्य अनिलकुमार त्रिपाठी, कौशल कुमार मिश्र, चौपाल के संयोजक जगदीश उपाध्याय, गांधी मंच के जितेन्द्र मोहन गुप्त, पुस्तकालयाध्यक्ष बृजेन्द्र मिश्र, डॉ. आर पी तिवारी सहित बड़ी संख्या में श्रोता गण उपस्थित रहें।