राम का नाम बड़ा है
राम का नाम बड़ा है
कण-कण में बसे सीता राम।
राम का जाप हो सुबह शाम।।
राम का नाम बड़ा है
मात पिता के वचन निभाए।
राज महल पद सब ठुकराए।।
न तोड़ा रिश्तों का विश्वास।
त्याग सब राम रचे वनवास।।
राम का नाम बड़ा है
सिया हरण रावण कर जाए।
नर समान हरि अश्रु बहाए।।
ढूँढे सिया को वो चहुँ ओर।
जगत की थाम रहे जो डोर।।
राम का नाम बड़ा है
मित्रों के गुण राम बताए।
गले निषाद कपीश लगाए।।
हुई जय लंका पर आसान।
मित्र जब थामें युद्ध कमान।।
राम का नाम बड़ा है
राम विकल्प राम के केवल।
सकल जगत के रघुवर सम्बल।।
सिन्धु सा राम में है तपबल ।
बूँद से पर वो सरल निश्छल।।
राम का नाम बड़ा है
राम मार्ग पर मुश्किल भारी।
रघुवर से हर मुश्किल हारी।।
कष्ट बिना जीवन का न मोल।
युगों से राम रहे यह बोल।।
राम का नाम बड़ा है
गुरु बने जहाँ शिष्य उपासक।
बने देव जब मनुज अराधक।।
बदल दे राम जगत की रीत।
रिपु भी रखते राम से प्रीत।।
राम का नाम बड़ा है
सुख अवध के भरत ने छोड़े।
राम नाम वह चादर ओढ़े।।
चलाएं राम खड़ाऊँ राज।
न भाई राम भरत से आज।।
राम का नाम बड़ा है
राम कहे सबको इक जैसा।
नेह राम का सब पर बरसा।।
चखे शबरी के जूठे बेर।।
मिटाया उच्च निम्न का फेर।।
राम का नाम बड़ा है
हनुमत राम भक्ति जग जाने।
राम, पवनसुत को सुत माने।।
राम से प्रथम पूजे हनुमान।
भक्त के वश में हैं भगवान।।
राम का नाम बड़ा है
दिव्य रूप रघुवर के न्यारे।
दूषण रावण पल में मारे।।
प्रभु फूँकें अहिल्या में प्राण।
राम को नहीं तनिक अभिमान।।
राम का नाम बड़ा है
जीवन भर दुख राम उठाए।
मर्यादा पर राम निभाए।।
कहूँ मैं राम कथा का सार।
सत्य की राह चले संसार।।
राम का नाम बड़ा है