करे जो पूजा और भक्ति
नवरात्रि के दिनों में।
और करते है माता की
साधना और उपासना।
तो मिलता है उन्हें सूकून
अपने जीवन में।
और हो जाती पूरी उनकी
इच्छाएं इन दिनों में।।
माता के नौ रूपों को
जो नौ दिन पूजते हैं।
उन्हें हर रूप का दर्शन
दिखता है साधाना में।
और माता रानी उनकी
पूरी कर देती है मुरादे।
क्योंकि वो माँ है इसलिए
बच्चों पर दया करती है।।
यदि ईर्ष्या भाव रखकर
आता है माता के दरवार में।
तो उन्हें उनकी करनी का फल
वही पर मिल जाता है।
चाहे वो राजा हो या रंक
पर माँ की नजरो में है समान।
इसलिए श्रध्दाभाव से
करो पूजा तुम उनकी।।
तो पाओगें सदा ही
शुभ फल शुभ फल।।
नवरात्रि के अवसर पर मातारानी
के चरणों में मेरी ये रचना समर्पित है।।
जय माता दी