सुनो मेरे देशवासियों,
मनाने जा रहे,
74व गणतंत्र दिवस,
कुछ संकल्प ले लो।
नहीं करेंगे कोई भेदभाव,
हम जाती और धर्म पर।
समान भाव सबके प्रति,
हम सब मिलकर रखेंगे।
तभी हमारा ये देश,
दिखेगा विश्व में विशेष।।
हमें इस पर है अभिमान,
और इसे बहुत है हमें प्यार।
इसलिए नहीं गिरने देंगे
कभी इसका स्वभिमान।
लड़ेंगे इसके लिए एक साथ,
नहीं आने देंगे कोई आंच।
ये हमारा देश है हिंदुस्तान,
जिसे हम करते
प्राणो से ज्यादा प्यार।
इसे हम कैसे अकेला छोड़ दे।।
हम दे देंगे चाहे अपनी प्राण,
पर तिरंगे को झुकने नहीं देंगे।
चाहे कोई भी हो वो शैतान,
यदि करेगा गद्दारी देश से।
तो देंगे उसको मृत्यु दंड।
इसलिए संजय कहता है
की दिलसे करो इसे प्यार।
और निभाओ अपना सब फर्ज।
ये हमारा देश है हिंदुस्तान।
जिसे हम करते
प्राणों से ज्यादा प्यार।
इसे कैसे हम अकेला छोड़ दे।।
जय हिन्द, जय भारत