सरस्वती वंदना

हम मानुष जड़मति  तू मां हमारी भारती  आशीष से अपने प्रज्ञा संतति का संवारती तिमिर अज्ञान का दूर  करो मां वागीश्वरी  आत्मा संगीत की निहित तुझमें रागेश्वरी वाणी तू ही तू ही चक्षु  मां वीणा-पुस्तक-धारिणी  तू ही चित्त बुद्धि तू… Read More

गीत : तिरंगे की शान

सुनो मेरे देशवासियों, मनाने जा रहे,  71व गणतंत्र दिवस, कुछ संकल्प ले लो। नहीं करेंगे कोई भेद, हम जाती और धर्म पर। समान भाव सबके प्रति, हम सब मिलकर रखेंगे। तभी हमारा ये देश, दिखेगा विश्व में विशेष।। हमें इस… Read More

कविता : आज फिर याद आए

मेरे दिल मे बसे हो तुम, तो में कैसे तुम्हें भूले। उदासी के दिनों की तुम, मेरी हम दर्द थी तुम। इसलिए तो तुम मुझे, बहुत याद आते हो। मगर अब तुम मुझे, शायद भूल गए थे।। आज फिर से… Read More

ग़ज़ल : तक़दीर में केवल

तक़दीर में केवल ख़ुशियाँ कब आती हैं  सच्चे प्यार में परेशानियां सब आती हैं  छुपा ना रहे जब राज़ कोई दरमियां मोहब्बत में गहराइयां तब आती हैं सोचा भूल गया तुझसे बिछड़ के लेकिन तेरे संग गुजारी शामें याद अब… Read More

कविता : प्यार का परिणाम

प्यार को प्यार से देखोगे,   तो प्यार पाओगे। दिल में मुरझाए हुए, फूल भी खिल जाएंगे। जिस को भीड़ में, ढूंढ रहे है तेरी निगाहें। मेरा दावा है कि वो, तुझे मिल जाएगा।। निगाहों का निगाहों से,  जो तुम खेल… Read More

महान विभूति : महाराणा प्रताप

महाराणा प्रताप बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ,जब मैं स्कूल में था।प्रताप को विशेष रूप से जानने-बुझने की जिज्ञासा जागृत हुई।मैं स्तब्ध था क्योंकि अभी तक राष्ट्रनायकों से ज्यादा आक्रमणकारियों के विषय में पढ़ने को मिला था ।बालपन में ही यह… Read More

गीत

हर राम का जटिल जीवन पथ होगा  जब पिता भार्या भक्त दशरथ होगा  करके ज़ुल्म करता है वो इबादत कहो फिर कैसे पूर्ण मनोरथ होगा नींद आयेगी तुझे भी सुकून भरी जब तू भी पसीने से लथपथ होगा कृष्ण का… Read More

व्यंग्य : कागज़ नहीं दिखाएँगे

युग के युवा,मत देख दाएं और बाएं और पीछे ,झाँक मत बगलें न अपनी आँख कर नीचे,अगर कुछ देखना है  देख अपने वे वृषभ कंधे,जिन्हें देता निमंत्रण सामने तेरे पड़ा, युग का जुआ “ युग का जुआ युवाओं को अपने… Read More

कविता : मेरी माँ मेरा आधार

कितना मुझे हैरान, परेशान किया लोगों। पर मकसद में वो, कामयाब हो नहीं । क्योंकि है माँ का आशीर्वाद, जो मेरे सिर पर। इसलिए तो बड़ी से बड़ी, मुश्किलों से निकल जाता हूँ।। धन दौलत से ज्यादा, मुझे मेरी माँ… Read More

कविता : शब्दों का महत्व

शब्दों के प्रयोग से  महकता है आपका जीवन। शब्दो के प्रयोग से ही बनते हैं प्रशंसक। शब्दों के उपयोग से समझ आते है पढ़े लिखे। शब्दों और वाणी से बना सकते हो माहौल। शब्दों के बिना निराधार है आपका मनुष्य… Read More