दिल उदास बैठा है आज तेरे रूठने से,
आ पास मेरे तू किसी भी बहाने से!!
ना दिन में चैन ना रात को करार है,
नींद मेरी वापस दे जा किसी बहाने से!!
बेचैन है दिल सासें थम सी जाती है,
दिल को करार दे जा किसी बहाने से!!
ख़्वाबों में तो तुम साथ मेरे रहती हो,
हक़ीक़त में पास आ किसी बहाने से!!
वादा किया था तूने उम्र भर साथ निभाने का,
सुकून दिल को दे जा किसी बहाने से!!
बगैर तेरे आँखों में मेरी समंदर सा रहता है,
आँखों को सुकून दे जा किसी बहाने से!!
चलते है फ़लक तक दोनों एक साथ,
लौट आ तू पास मेरे किसी बहाने से!!
रोज तेरी जुदाई में हम आँसू बहाते है,
इश्क़ मेरा मुकम्मल करने आ किसी बहाने से!!