ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत जब देश में हुई तो किसी को इतना अंदाजा नहीं था कि यह अपनी पकड़ भारतीय दर्शकों पर इतनी ज्यादा बना लेगा। शुरुआती वेब सीरीज को देखकर लगा कि बस कुछ एक कंटेंट ऐसे हैं जिन्हें हम देखेंगे और भूल जाएंगे। मगर यही हमारी गलती रही इस प्लेटफार्म में न केवल उन कलाकारों को नया जीवन दिया, जिनको फिल्मों में स्टारडम के आगे ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती थी। या फिर जिन्हें हम केवल फिल्मों में करैक्टर रोल के लिए जानते थे। के.के. मेनन, नवाज़ुद्दीन सिद्धकी, शेफाली छाया, पंकज त्रिपाठी जैसे कई कलाकारों ने अपने अपने प्रारंभिक वेब सीरीज को इतना लोकप्रिय बना दिया कि अब उनके सीक्वल्स का इंतजार भी हर साल के आईपीएल के आने जैसा लगने लगा है। जिन वेब सीरीज को अपने सीक्वल्स में कामयाबी मिली उनमें प्रमुख है क्रिमिनल जस्टिस दो, आर्य, होस्टेजस, मिर्जापुर, आउट ऑफ लव, द फैमिली मैन, सिटी ऑफ ड्रीम्स, इनसाइड एज 2 और 3, इन सभी में एक बात गौर करने वाली यह है कि इन सब की स्क्रिप्ट पहले सीजन के मुकाबले दूसरे सीजन में ज्यादा उम्दा, मनोरंजक, गंभीर और कसावट भरी हुई है।
खासतौर पर जिक्र करना चाहूँगा क्रिमिनल जस्टिस पार्ट 2 का, इसके दूसरे सीजन में दर्शाई गई महिला पात्र की समस्या को जिस तरह से दिखाया गया वह काफी प्रशंसनीय है। आर्य के सीजन टू में भी सुष्मिता सेन का काम बहुत प्रभावशाली और उम्दा लगा। द फैमिली मैन सीजन 2 की बात करें तो मनोज बाजपेई ने जहाँ पहले सीजन में अपनी कॉमिक टाइमिंग से सबका दिल जीता वहीं दूसरे सीजन में गंभीर छवि को दर्शकों के सामने पेश किया।
सीक्वेंस के जहाँ अपने फायदे हैं उसके साथ साथ कभी-कभी सिर्फ सीक्वल्स के नाम पर बे सिर पैर के वेब सीरीज को भी परोस दिया जाता है। फिर चाहे वह एकता कपूर के गंदी बात के लगातार रिलीज होते हुए सीखो स्कोर या फिर फोर मोर शॉट्स जैसे तथाकथित नारीवादी विचारों को फूहड़ता के माध्यम से दर्शकों को परोसना हो। यकीनन 2022 में जिन वेब सीरीज किसी को उसका इंतजार रहेगा उनमें पंचायत दो, स्कैन दो, अनदेखी दो, दिल्ली क्राइम दो और असुर का सीक्वल का इंतजार रहेगा।